दुमका: झारखंड सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का दावा तो करती है, लेकिन जमीन पर यह दावा सफल नजर नहीं आ रहा है. इसका जीता जागता उदाहरण दुमका में देखने को मिल रहा है.
इस अस्पताल से 10 गांव के लोगों को फायदा मिलेगा
दुमका के जामा प्रखंड स्थित नोनी हथवारी गांव में 1 साल पहले एक स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण किया गया था, लेकिन इसे आज तक चालू नहीं किया गया है. इस अस्पताल के आसपास 10 गांव में दूसरा कोई अस्पताल नहीं है. इस अस्पताल के बनने से इन सभी गांव के लोगों को लाभ मिलना था. वर्तमान में उन्हें 10 किलोमीटर दूरी तय कर के जिला अस्पताल जाना पड़ता है. अस्पताल निर्माण के समय लोगों को उम्मीद थी कि अब स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी, लेकिन यह अस्पताल चालू ही नहीं हुआ.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
नोनी हथवारी के स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण के एक साल पूरे हो जाने के बाद भी इसके चालू नहीं होने से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है. उनका कहना है कि इसके चालू हो जाने से कम से कम 10 गांव के लोगों को राहत मिलेगा. अभी यहां एक भी अस्पताल नहीं है. लोगों का कहना है कि छोटी-छोटी बीमारियों में भी लोगों को जिला मुख्यालय जाना पड़ता है. ग्रामीण इस अस्पताल को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग कर रहे हैं.
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जनता को परेशानी से उभारने की जरूरत
इस संबंध में दुमका के सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा का कहना है कि वो पहले चेक करेंगे कि इस अस्पताल भवन को उन्हें हैंडओवर मिला है या नहीं. उन्होंने कहा कि इस पर आवश्यक पहल की जाएगी. लोगों को चिकित्सीय सुविधा आसानी से मिले यह सरकार का दायित्व है और उसका हर हाल में निर्वहन होना चाहिए. दुमका के नोनीहथवारी गांव का यह अस्पताल बहुउपयोगी साबित हो सकता है. इसका निर्माण तो हो गया, लेकिन चालू ही नहीं हुआ. जरुरत है सरकार और प्रशासन को इस पर ध्यान देने की, ताकि लोगों को इसकी सुविधा मिल सके और इलाज के लिए दर-दर भटकना न पड़े.