दुमकाः राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव शुक्रवार से दुमका के मयूराक्षी नदी के किनारे शुरू हो गया. 1890 से आयोजित होते आ रहे इस मेले का उद्घाटन हिजला गांव के ग्राम प्रधान सुनीराम हांसदा ने फीता काटकर किया. इस मौके पर शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन, जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, एसपी अंबर लकड़ा समेत तमाम पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
ये भी पढ़ेंः Hijla Mela 2023: दुमका में राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2023, सन 1890 से हो रहा है आयोजन
पहले की गई मांझी थान की पूजाः इस महोत्सव की शुरुआत से पूर्व हिजला मेला परिसर में स्थित मांझी थान में विधिवत पूजा अर्चना की गई. इस अनुष्ठान में तमाम पदाधिकारियों ने भी भाग लिया. मेले के उद्घाटन सत्र में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए. इसके साथ ही छऊ नृत्य और नटवा नृत्य भी पेश किए गए. लोगों की भारी भीड़ उमड़ी इसे देखने के लिए.
कृषि, उद्योग, शिक्षा और मत्स्य समेत लगभग सभी सरकारी विभागों की लगाई गई है प्रदर्शनीः झारखंड सरकार द्वारा आयोजित होने वाले इस राजकीय मेले में कृषि, उद्योग, शिक्षा, मत्स्य, कल्याण समेत लगभग सभी सरकारी विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई है. खास तौर पर कृषि विभाग की प्रदर्शनी काफी आकर्षक है. इसमें आधुनिक कृषि के तौर-तरीकों का नमूना प्रस्तुत किया गया है.
उपायुक्त और एसपी ने लोगों से सहयोग की अपील कीः इस अवसर पर अपने संबोधन में जिले के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ा ने मौजूद लोगों से सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि संथाल परगना प्रमंडल में पिछले 133 वर्ष से आयोजित होने वाले इस हिजला मेला का इंतजार लोग पूरे वर्ष करते हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा यह प्रयास किया गया है कि यह कैसे बेहतर दिखे. इस बड़े आयोजन से लोगों को अधिक से अधिक फायदा मिले, इसकी अच्छी तैयारी की गई है. एसपी ने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि इस मेले में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. आप मेला का भरपूर आनंद लें. एसपी-डीसी ने आम जनता से अपील की कि यह मेला आपके लिए ही है. शांति व्यवस्था कायम करते हुए आप हमें सहयोग करें ताकि गौरवशाली इतिहास समेटे हुए यह मेला अपनी गरिमा के अनुरूप चल सके.
सरकार ने आपके लिए किया है यह भव्य आयोजनः दुमका जिले के शिकारीपाड़ा क्षेत्र के लगातार सात बार से विधायक बन रहे नलिन सोरेन ने अपने संबोधन में मौजूद लोगों से कहा कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना की वजह से यह मेला आयोजित नहीं हो रहा था. इस बार स्थिति सामान्य है तो सरकार ने इसे काफी भव्य ढंग से लगाने का निर्णय लिया है. आप अधिक से अधिक संख्या में यहां आएं और संथाल परगना की सभ्यता-संस्कृति से जुड़े इस मेले में अपनी सहभागिता दें. उन्होंने कहा कि यहां जो सरकारी विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई है, वह आपको नई - नई जानकारी प्रदान करने के लिए है. आप इसका भरपूर फायदा उठाएं और अपने कार्य क्षेत्र में इसका उपयोग कर अपने को समृद्ध बनाएं.