दुमकाः पुलिस को यह जानकारी मिली कि पाकुड़ - दुमका की सीमा पर स्थित गोपीकांदर थाना क्षेत्र के खरौनी गांव में एक किशोरी भटक रही है. अनहोनी की आशंका भांपते हुए तत्काल गोपीकांदर थाना की ओर से एएसआई सुरेश चंद हेम्ब्रम को मौके पर भेजा. सुरेश चंद्र ने किशोरी को अपने कब्जे में ले लिया. किशोरी से पूछताछ की तो वह ठीक ढंग से कुछ नहीं बता पाई.
पुलिस ने किशोरी को बाल कल्याण समिति को सौंपाः जब पुलिस किशोरी से उसके घर का पता नहीं जान पाई तो दुमका स्थित बाल कल्याण समिति (CWC) के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार के समक्ष प्रस्तुत किया. CWC के अनुसार पूछताछ में अपने बयान में बालिका ने बताया है कि उसका नाम छातामुनी सोरेन, पिता सुकरा सोरेन है. उसके भाई का नाम सोना, रूबीन, सोहन, मोहन है. वह बड़ायडीह स्कूल में पढ़ती है और वहीं उसका घर है. उसके घर में मां और भाई रहते हैं. उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है. भाई और मां ने उसे पीटा था, इस कारण वह घर से भाग कर एक बस में बैठकर खरौनी बाजार चली आयी. वैसे यह बड़ायडीह विद्यालय कहां है, इसकी जानकारी नही मिल पा रही है.
क्या कहते हैं CWC के चेयरपर्सनः CWC के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि काफी समय तक पूछताछ के बाद बालिका के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है. वह न तो अपने गांव का नाम ठीक से बता पा रही है और न ही थाना या जिला के बारे में बता पा रही है. ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिकोण से किशोरी को फिलहाल धधकिया स्थित बालिका गृह में रख दिया गया है. उसके अभिभावकों की तलाश की जा रही है.
बाल कल्याण समिति ने किशोरी के फोटो किए जारीः सीडब्ल्यूसी ने बालिका के सर्वाेत्तम हित में उसका फोटो जारी किया है ताकि उसकी पहचान हो सके. इस लड़की या परिवार के बारे में यदि किसी व्यक्ति को कोई भी जानकारी हो, तो वह इस संबंध में सीडब्ल्यूसी, चाइल्डलाइन को सूचित कर बालिका को उसके परिवार से मिलाने में मदद कर सकते हैं.