दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यपाल राधाकृष्णन तिरंगा फहराएंगे. इस समारोह के संचालन और अन्य व्यवस्था को लेकर संथालपरगना के दुमका पुलिस उप महानिदेशक (डीआईजी) सुदर्शन प्रसाद मंडल और दुमका उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है.
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दोनों के बीच विवाद का कारण: इस पूरे मामले पर दुमका के उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे से ईटीवी भारत ने फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि डीआईजी के द्वारा 13 अगस्त (रविवार) को परेड के फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान जिस तरह से मौजूद पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा रहे थे वह समझ से परे था.
डीसी ने कहा कि डीआईजी ने पैरेड का निरीक्षण भी खुद किया. ऐसे में हमने सरकार को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में व्यवस्था और कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी किन पर होगी? डीसी ने कहा कि जो भी दिशानिर्देश आएगा उस अनुसार आगे कार्य होंगे.
क्या है उपायुक्त के पत्र में: उपायुक्त ने संयुक्त सचिव, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग झारखंड सरकार को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है कि दुमका जिला में स्वतंत्रता दिवस समारोह 2023 का मुख्य समारोह पुलिस लाइन मैदान में होना तय हुआ है. इसमें राज्यपाल के द्वारा ध्वाजारोहण किया जाएगा. इसके लिए पिछले कई दिनों से तैयारी की जा रही है.
इसी क्रम में 13 अगस्त को संपूर्ण कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास किया गया. इसमें यह देखा गया कि दुमका डीआईजी कार्यक्रम, मंच की व्यवस्था, विशिष्ट अतिथियों के आगमन आदि के संबंध में अलग दिशा निर्देश पदाधिकारी को दे रहे थे. साथ ही पूर्वाभ्यास में परेड का निरीक्षण इनके द्वारा किया गया.
जिसके कारण पदाधिकारी एवं अधीनस्थ कर्मियों में असमंजस और दुविधा की स्थिति उत्पन्न है. जिसका प्रभाव मुख्य समारोह पर पड़ सकता है. लिखा कि अतः अनुरोध है कि दुमका जिला में स्वतंत्रता दिवस समारोह 2023 का संचालन एवं परेड के निरीक्षण पर स्पष्ट मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की कृपा की जाए.