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पूर्व मंत्री महादेव मरांडी की ईमानदारी की आज भी लोग देते हैं मिसाल, अभी भी मीट्टी के घर में ही रहता है परिवार - Dumka Assembly Seat

झारखंड के बिहार से अलग होने से पहले कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में दुमका के महादेव मरांडी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री थे. महादेव मरांडी 1977 में दुमका विधानसभा सीट जीतकर कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे. 2005 में उनकी मृत्यु हो गई. वो काफी ईमानदार नेता थे. आज भी उनका बेटा अपने परिवार के साथ दुमका सदर प्रखंड के कड़हलबिल गांव में मिट्टी और खपरैल के घर में रहते हैं, लेकिन उन्हें अपने पिता पर गर्व है.

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एक ईमानदार मंत्री
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Published : Mar 5, 2021, 4:47 PM IST

Updated : Mar 5, 2021, 8:55 PM IST

दुमका: आमतौर पर देखा जाता है कि विधायक, सांसद या मंत्री का परिवार शाही जीवन जीते हैं, लेकिन दुमका में एक पूर्व मंत्री का परिवार गरीबी का जीवन जी रहा है. संयुक्त बिहार के समय में दुमका सदर प्रखंड के कड़हलबिल गांव के रहने वाले महादेव मरांडी कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री थे. महादेव मरांडी 1977 में दुमका विधानसभा सीट जीतकर कर्पूरी मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे. उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था. 2005 में उनकी मृत्यु हो गई. आज भी उनका घर मिट्टी और खपरैल का ही है. उसी घर में उनके बेटे नरेश मरांडी, पुत्रवधू मुन्नी मुर्मू अपने बेटे गुंजन मरांडी के साथ रहते हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

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गरीबी का जीवन जी रहा है मंत्री का परिवार

महादेव मरांडी कैबिनेट स्तर के मंत्री रहे, लेकिन उनका परिवार आज अत्यंत तंगहाली का जीवन जी रहा है. उनका बेटा नरेश मारांडी कई सालों से बीमार हैं. घर का खर्च पुत्रवधू मुन्नी मुर्मू जनवितरण प्रणाली के दुकान से चलाती हैं. उनका लड़का गुंजन प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा है.



क्या कहते हैं मंत्री के परिवार

बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री रहे महादेव मरांडी का परिवार काफी मेहनत कर अपनी जिंदगी चला रहा है, लेकिन उन्हें गर्व है कि वह एक ईमानदार मंत्री के परिवार से हैं, जिन्होंने समाज के लोगों की सेवा की, काफी लोगों को रोजगार दिया, गलत ढंग से रुपए नहीं कमाए, उनपर कभी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा. वह कहते हैं कि राशन दुकान से हम घर चला रहे हैं, हम कम पैसे में ही गुजारा कर रहे हैं, लेकिन काफी सुखी हैं. उन्होंने कहा कि हम एक ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ मंत्री का परिवार कहलाते हैं, यही हमारे लिए बहुत बड़ी बात है.

इसे भी पढे़ं: रूबी अपने बुलंद हौसलों से बनी आत्मनिर्भर, दूसरों के लिए है प्रेरणास्रोत


क्या कहते हैं महादेव मरांडी के सहयोगी मंत्री

कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में महादेव मरांडी के साथ उनके सहयोगी के रूप में कमलाकांत सिन्हा वन मंत्री थे. वो पोड़ैयाहाट विधानसभा से विधायक बने थे. फिलहाल वो दुमका में रहते हैं. कमलाकांत सिन्हा कहते हैं कि काफी सादगी भरा जीवन था महादेव मरांडी का, पहले पैसे लेनदेन वाली कोई बात नहीं रहती थी और उसमें भी महादेव मनाली सीधे-साधे थे.

दुमका: आमतौर पर देखा जाता है कि विधायक, सांसद या मंत्री का परिवार शाही जीवन जीते हैं, लेकिन दुमका में एक पूर्व मंत्री का परिवार गरीबी का जीवन जी रहा है. संयुक्त बिहार के समय में दुमका सदर प्रखंड के कड़हलबिल गांव के रहने वाले महादेव मरांडी कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री थे. महादेव मरांडी 1977 में दुमका विधानसभा सीट जीतकर कर्पूरी मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे. उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था. 2005 में उनकी मृत्यु हो गई. आज भी उनका घर मिट्टी और खपरैल का ही है. उसी घर में उनके बेटे नरेश मरांडी, पुत्रवधू मुन्नी मुर्मू अपने बेटे गुंजन मरांडी के साथ रहते हैं.

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महादेव मरांडी कैबिनेट स्तर के मंत्री रहे, लेकिन उनका परिवार आज अत्यंत तंगहाली का जीवन जी रहा है. उनका बेटा नरेश मारांडी कई सालों से बीमार हैं. घर का खर्च पुत्रवधू मुन्नी मुर्मू जनवितरण प्रणाली के दुकान से चलाती हैं. उनका लड़का गुंजन प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा है.



क्या कहते हैं मंत्री के परिवार

बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री रहे महादेव मरांडी का परिवार काफी मेहनत कर अपनी जिंदगी चला रहा है, लेकिन उन्हें गर्व है कि वह एक ईमानदार मंत्री के परिवार से हैं, जिन्होंने समाज के लोगों की सेवा की, काफी लोगों को रोजगार दिया, गलत ढंग से रुपए नहीं कमाए, उनपर कभी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा. वह कहते हैं कि राशन दुकान से हम घर चला रहे हैं, हम कम पैसे में ही गुजारा कर रहे हैं, लेकिन काफी सुखी हैं. उन्होंने कहा कि हम एक ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ मंत्री का परिवार कहलाते हैं, यही हमारे लिए बहुत बड़ी बात है.

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क्या कहते हैं महादेव मरांडी के सहयोगी मंत्री

कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में महादेव मरांडी के साथ उनके सहयोगी के रूप में कमलाकांत सिन्हा वन मंत्री थे. वो पोड़ैयाहाट विधानसभा से विधायक बने थे. फिलहाल वो दुमका में रहते हैं. कमलाकांत सिन्हा कहते हैं कि काफी सादगी भरा जीवन था महादेव मरांडी का, पहले पैसे लेनदेन वाली कोई बात नहीं रहती थी और उसमें भी महादेव मनाली सीधे-साधे थे.

Last Updated : Mar 5, 2021, 8:55 PM IST
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