दुमका: पुलिस ने 1 सितंबर की सुबह हुए एक आलू व्यवसायी के लाखों रुपए लूट की घटना का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि ट्रक चालक निशाकर बागती ने अपने मामा के ससुराल जो घटनास्थल से कुछ ही किलोमीटर पर है, वहां पैसा छुपा कर आ गया था. पुलिस ने रुपयों से भरा बैग बरामद किया है, जिसमें 40 लाख 45 हजार रुपये मिले हैं.
क्या है पूरा मामला
देवघर से पश्चिम बंगाल के बीरभूम के सैंथिया की ओर जा रहे एक ट्रक चालक निशाकर बागती ने मसानजोर थाना में रिपोर्ट लिखवाया कि मैं सैंथिया के एक आलू व्यवसायी का रुपया लेकर उनके पास जा रहा था, रास्ते में मसानजोर थाना के झाझापाड़ा गांव के पास बोलेरो सवार कुछ अपराधियों ने मेरा रुपयों से भरा बैग छीन लिया. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू की तो पता चला कि लूट की घटना हुई ही नहीं थी.
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क्या कहते हैं जिले के एसपी
दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि हमलोगों को उस वक्त शक हो गया जब चालक ने कहा कि 6:00 बजे घटना घटी और वह 9:00 बजे रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा. जबकि घटनास्थल से थाने की दूरी महज 10 मिनट का रास्ता है, इतनी देर तक वह कहां रहा, हमारे लिए एक एक बड़ा क्लू था. हमलोग चालक को घटनास्थल पर ले गए, उसके बयान में लगातार विरोधाभास था, आखिरकार पूछताछ में चालक ने सारा राज उगल दिया. उन्होंने कहा कि चालीस लाख पैंतालीस हजार रुपये चालक के मामा के ससुराल से बरामद हुआ है, लेकिन वो काफी गरीब है, चालक ने मामा ससुराल में पहुंचकर यह कहा कि मैं अपना कुछ सामान रखता हूं बाद में ले जाऊंगा, ऐसे में हम उन्हें इस मामले में उन्हें आरोपी नहीं बना रहे हैं, फिलहाल चालक निशाकर बागती और सह चालक विधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.