दुमका: झारखंड में तीसरे चरण का मतदान 12 दिसंबर को होना है. इसे लेकर चुनाव प्रचार खत्म हो गया है. चौथे चरण के मतदान के लिए सभी प्रत्याशियों ने जोर लगा दी है. दुमका विधानसभा सीट पर एक ओर जहां झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रत्याशी हैं, वहीं दूसरी ओर रघुवर सरकार की कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी भाजपा के उम्मीदवार हैं.
दुमका के चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संथाल परगना महिला महाविद्यालय की अंग्रेजी विभाग की शिक्षक डॉ. अंजुला मुर्मू को अपना प्रत्याशी बनाया है. डॉ अंजुला झाविमो की केंद्रीय प्रवक्ता भी हैं. वह गांव-गांव जाकर लोगों से झाविमो के पक्ष में वोट मांग रही हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने दावा किया कि दुमका से उनकी जीत पक्की है.
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दुमका उपराजधानी के तौर पर नहीं हुआ विकसित
झाविमो प्रत्याशी डॉ. अंजुला मुर्मू का कहना है कि यहां से झामुमो और भाजपा दोनों के जनप्रतिनिधि चुनकर विधानसभा गए, लेकिन दुमका जो झारखंड की उपराजधानी है वह एक कस्बा के रूप में ही विकसित हो सका है. वह कहती हैं कि मेरे पास विजन है, मैं दुमका का काफी विकास करूंगी, मेरी जीत सुनिश्चित है.
बाबूलाल मरांडी बनेंगे राज्य के मुख्यमंत्री
डॉ अंजुला मुर्मू ने दावा किया है कि इस बार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बाबूलाल मरांडी झारखंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. उनका कहना है कि बाबूलाल मरांडी का 28 महीने का शासनकाल झारखंड की जनता ने देखा है, वह विकास के रूप में उस काल को हमेशा याद करते हैं. ऐसे में इस बार जनता का रुझान बाबूलाल मरांडी के पक्ष में है.