दुमकाः झारखंड सरकार शिक्षा व्यवस्था को लाख दुरुस्त करने का दावा करें पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. संथाल परगना प्रमंडल में शिक्षा विभाग का रवैया बिल्कुल ही उदासीन है. इस प्रमंडल में शिक्षा विभाग के सबसे वरीय पदाधिकारी का पद क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ( RDDE ) का है, जिस पर पिछले डेढ़ वर्षो से किसी की पोस्टिंग नहीं हुई है. वहीं प्रमंडल के छह जिले में 12 पद जिला शिक्षा अधिकारी ( DEO) और जिला शिक्षा अधीक्षक ( DSE ) के हैं , जिसमें सिर्फ चार पदाधिकारी पदस्थापित है. सबसे खराब स्थिति दुमका जिला की है जहां जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक दोनों पद पूरी तरह से रिक्त है, मतलब कोई भी अधिकारी इनमें अतिरिक्त प्रभार में भी नहीं है.
क्या है प्रमंडल के छह जिलों में शिक्षा पदाधिकारियों की स्थितिः संथाल परगना प्रमंडल में के 6 जिले में शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की स्थिति इस प्रकार है.
जिला | DEO | DSE |
---|---|---|
दुमका | रिक्त | रिक्त |
देवघर | रिक्त | पदस्थापित |
गोड्डा | रिक्त | रिक्त |
पाकुड़ | पदस्थापित | पदस्थापित |
जामताड़ा | पदास्थापित | रिक्त |
साहेबगंज | रिक्त | रिक्त |
शिक्षा विभाग की अनोखी कार्यशैली , रजनी देवी के जिम्मे आधा दर्जन पद वह भी चार जिलों मेंः संथाल परगना प्रमण्डल में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक (RDDE) जो पूरे प्रमंडल के सबसे वरीय अधिकारी होते हैं उस पद पर लास्ट पोस्टिंग राजकुमार सिंह की थी जो सितंबर 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे. उसके बाद किसी की रेगुलर पोस्टिंग नहीं हुई. पाकुड़ जिला की जिला शिक्षा अधिकारी रजनी देवी को RDDE का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. हालांकि रजनी दे वी इसके अतिरिक्त लगभग आधा दर्जन पद पर प्रभारी के तौर पर काम कर रही हैं. उनकी पोस्टिंग पाकुड़ जिला की जिला शिक्षा अधिकारी के तौर पर हुई है. इसके अतिरिक्त उन्हें गोड्डा जिला के DEO और DSE दोनों का पदभार मिला हुआ है. इतना ही नहीं वह गोड्डा जिले के गुम्मा में संचालित शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र की प्रिंसिपल है. इसके साथ ही देवघर के B.Ed कॉलेज की भी प्रशासनिक पदाधिकारी है. इसके साथ ही दुमका RDDE कार्यालय से ज्ञात हुआ कि वे शिक्षा विभाग के अनुमंडल स्तर के भी पद पर कार्यरत है. मतलब रजनी देवी की पोस्टिंग तो पाकुड़ जिले में है पर उसे पाकुड़, दुमका , गोड्डा और देवघर जिला के शिक्षा विभाग के अलग अलग पदों को संभालना पड़ रहा है. ऐसे में यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि वह इन सभी पदों पर के साथ कितना न्याय कर पाती होंगी.