दुमकाः झारखंड की उपराजधानी में दुर्गा पूजा की धूम है. मंगलवार को महासप्तमी के अवसर पर पूजा पंडालों को लोगों के लिए खोल दिया गया. जिसके बाद श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा का दर्शन किया. महासप्तमी के दिन जलाशय से मां दुर्गा के कलश के लिए जल लाने की भी धार्मिक परंपरा है. महिलाएं धूमधाम से ढाक और ढोल की आवाज पर नृत्य करते शहर के बड़ा बांध पहुंचीं. जहां भक्ति भाव से कलश में जल भरा और नाचते-गाते कलश लिए लौटीं.
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शहर में करीब ढाई दर्जन स्थानों पर पूजा पंडाल बनाया गया है, जहां मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. इससे पूरा शहर भक्तिमय हो गया है. महासप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा के स्वागत में भक्तों में काफी उत्साह दिखा. महिला श्रद्धालु कलश में जल लेने निकली, तो सड़कों पर ढाक-ढोल की आवाज पर जमकर नाचती-झूमती दिखी. महिला श्रद्धालु ने कहा कि दुर्गा पूजा हमारा सबसे बड़ा त्योहार है. धूमधाम से पूजा-पाठ करते हैं और अगले 4 दिनों तक उत्साह उमंग इसी तरह कायम रहेगा.
श्रद्धालुओं में नहीं दिखा कोरोना का भय
कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप ही पंडालों में पूठा-पाठ करना है. लेकिन, दुमका के श्रद्धालुओं में कोरोना संक्रमण का भय नहीं दिखा. महिलाओं ने कहा कि हमलोग कोरोना की अनदेखी नहीं कर रहे हैं, लेकिन मां की भक्ति के सामने कोरोना का खौफ फीका हो गया है.