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दुमका श्रावणी मेला 2023: दूषित और मिलावटी भोजन बेचने वालों की खैर नहीं, ऐसे कसी जाएगी नकेल

खाद्य सुरक्षा विभाग इस बार श्रावणी मेले में मिलावटी सामान बेचने वाले पर नकेल कसने की तैयारी कर चुका है. अधिकारी अमित कुमार राम ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं को गुणवत्ता पूर्ण भोजन और मिठाई मिलेगी.

Dumka News
दुमका में श्रावणी मेला की तैयारी
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Published : Jun 14, 2023, 11:37 AM IST

जानकारी देते खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राम

दुमका: आगामी 4 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बासुकीनाथ धाम में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण के लिए पहुंचते हैं. यहां आने के बाद वे यहां के स्थायी-अस्थायी होटलों में भोजन करते हैं. साथ ही साथ पेड़ा, इलायची दाना वगैरह प्रसाद के तौर पर खरीद कर अपने घर ले जाते हैं. अब समस्या यह है कि अक्सर यह मामला सामने आता है कि होटल में जो भोजन दिया जा रहा है उसकी क्वालिटी सही नहीं है या फिर पेड़े में काफी मिलावट की गई है.

ये भी पढ़ें: तोरपा के पूर्व थाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ होगी जांच, कोर्ट के निर्देश पर एफआईआर

इससे श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो जाती है या फिर जो प्रसाद भी लेकर वे जाते हैं तो घर पहुंचते-पहुंचते वह और दूषित हो जाता है. बाद में उसे खाने के बाद लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं. इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार का खाद्य सुरक्षा विभाग पुख्ता इंतजाम करने में जुटा हुआ है. विभाग इस प्रयास में लगा है कि भक्तों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन कैसे मिले. वे बेहतर क्वालिटी का प्रसाद लेकर घर लौटे.

1000 स्थायी और अस्थायी सजती दुकानें: प्रति वर्ष सावन माह में बासुकीनाथ में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले में खाने-पीने और प्रसाद सामग्री के लगभग एक हज़ार स्थायी-अस्थायी होटलें, भोजनालय और दुकाने सजती हैं. यह सभी दुकानदार झारखंड के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी आते हैं. एक माह में इनका काफी बढ़िया रोजगार होता है. दुकानदार ज्यादा रुपये कमाने के चक्कर में ये क्वालिटी से भी समझौता करते हैं और जिसका सीधा नुकसान श्रद्धालुओं को उठाना पड़ता है.

खाद्य विभाग कर रहा है पुख्ता इंतजाम: दुमका से खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम ने बताया कि इस वर्ष श्रावणी मेले में बासुकीनाथ धाम जो श्रद्धालु आएंगे उन्हें बेहतर भोजन मिले, वे अच्छी क्वालिटी का प्रसाद लेकर घर जाए, इसके लिए हमारा विभाग पुख्ता इंतजाम कर रहा है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पहली बार बासुकीनाथ में मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की व्यवस्था होगी. कहा कि हम लोग मेला में आए दुकानदारों का फूड सैंपल लेकर वहीं उसका टेस्ट करेंगे. अगर उसकी क्वालिटी सही नहीं पाई जाती है तो उन पर जुर्माना और अन्य कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मेले के दुकानदार अच्छा भोजन उपलब्ध कराये इसके लिए पहले माइकिंग कराकर उन्हें चेतावनी देंगे. कहा जाएगा कि क्वालिटी से समझौता नहीं करें. दूषित भोजन न बेचे. इतना ही नहीं विभाग के द्वारा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा कि वह भोजन या प्रसाद के निर्माण में किन किन सावधानियों का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि इतना होने के बावजूद जिस किसी होटल या दुकान का फूड सैंपल दूषित पाया जाता है तो उनके खिलाफ जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

फूड सेफ्टी ऑफिसर की होगी नियुक्ति: दुमका के फूड सेफ्टी ऑफिसर अमित कुमार राम ने यह भी जानकारी दी कि सावन माह में मुख्यालय से एक अतिरिक्त फूड सेफ्टी ऑफिसर की डिमांड की गई है. वे बासुकीनाथ में ही प्रतिनियुक्त होंगे. इससे बेहतर मॉनिटरिंग संभव हो पायेगा. उन्होंने कहा कि जो मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब होगा, उसी में हमलोग मेले के दुकानदारों को अस्थायी फूड सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराएंगे और इस सर्टिफिकेट को उन्हें अपने दुकानों के सामने लगाना होगा. मिलावट करने वाले लोगों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा. कुल मिलाकर खाद्य सुरक्षा विभाग का प्रयास होगा कि आने वाले श्रद्धालुओं को शुद्ध और पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो.

जानकारी देते खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राम

दुमका: आगामी 4 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बासुकीनाथ धाम में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण के लिए पहुंचते हैं. यहां आने के बाद वे यहां के स्थायी-अस्थायी होटलों में भोजन करते हैं. साथ ही साथ पेड़ा, इलायची दाना वगैरह प्रसाद के तौर पर खरीद कर अपने घर ले जाते हैं. अब समस्या यह है कि अक्सर यह मामला सामने आता है कि होटल में जो भोजन दिया जा रहा है उसकी क्वालिटी सही नहीं है या फिर पेड़े में काफी मिलावट की गई है.

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इससे श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो जाती है या फिर जो प्रसाद भी लेकर वे जाते हैं तो घर पहुंचते-पहुंचते वह और दूषित हो जाता है. बाद में उसे खाने के बाद लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं. इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार का खाद्य सुरक्षा विभाग पुख्ता इंतजाम करने में जुटा हुआ है. विभाग इस प्रयास में लगा है कि भक्तों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन कैसे मिले. वे बेहतर क्वालिटी का प्रसाद लेकर घर लौटे.

1000 स्थायी और अस्थायी सजती दुकानें: प्रति वर्ष सावन माह में बासुकीनाथ में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले में खाने-पीने और प्रसाद सामग्री के लगभग एक हज़ार स्थायी-अस्थायी होटलें, भोजनालय और दुकाने सजती हैं. यह सभी दुकानदार झारखंड के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी आते हैं. एक माह में इनका काफी बढ़िया रोजगार होता है. दुकानदार ज्यादा रुपये कमाने के चक्कर में ये क्वालिटी से भी समझौता करते हैं और जिसका सीधा नुकसान श्रद्धालुओं को उठाना पड़ता है.

खाद्य विभाग कर रहा है पुख्ता इंतजाम: दुमका से खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम ने बताया कि इस वर्ष श्रावणी मेले में बासुकीनाथ धाम जो श्रद्धालु आएंगे उन्हें बेहतर भोजन मिले, वे अच्छी क्वालिटी का प्रसाद लेकर घर जाए, इसके लिए हमारा विभाग पुख्ता इंतजाम कर रहा है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पहली बार बासुकीनाथ में मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की व्यवस्था होगी. कहा कि हम लोग मेला में आए दुकानदारों का फूड सैंपल लेकर वहीं उसका टेस्ट करेंगे. अगर उसकी क्वालिटी सही नहीं पाई जाती है तो उन पर जुर्माना और अन्य कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मेले के दुकानदार अच्छा भोजन उपलब्ध कराये इसके लिए पहले माइकिंग कराकर उन्हें चेतावनी देंगे. कहा जाएगा कि क्वालिटी से समझौता नहीं करें. दूषित भोजन न बेचे. इतना ही नहीं विभाग के द्वारा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा कि वह भोजन या प्रसाद के निर्माण में किन किन सावधानियों का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि इतना होने के बावजूद जिस किसी होटल या दुकान का फूड सैंपल दूषित पाया जाता है तो उनके खिलाफ जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

फूड सेफ्टी ऑफिसर की होगी नियुक्ति: दुमका के फूड सेफ्टी ऑफिसर अमित कुमार राम ने यह भी जानकारी दी कि सावन माह में मुख्यालय से एक अतिरिक्त फूड सेफ्टी ऑफिसर की डिमांड की गई है. वे बासुकीनाथ में ही प्रतिनियुक्त होंगे. इससे बेहतर मॉनिटरिंग संभव हो पायेगा. उन्होंने कहा कि जो मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब होगा, उसी में हमलोग मेले के दुकानदारों को अस्थायी फूड सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराएंगे और इस सर्टिफिकेट को उन्हें अपने दुकानों के सामने लगाना होगा. मिलावट करने वाले लोगों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा. कुल मिलाकर खाद्य सुरक्षा विभाग का प्रयास होगा कि आने वाले श्रद्धालुओं को शुद्ध और पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो.

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