दुमकाः रामगढ़ थाना क्षेत्र के भालसुमर ठाडी गांव में 16 अक्टूबर को मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में जातीय हिंसा फैलाने की कोशिश तेज हो गई हैं. कुछ आदिवासी नामधारी संदिग्ध संगठनों के लोग संताल ग्रामों में जा-जाकर लोगों को दूसरे समुदाय के खिलाफ भड़का रहे हैं. विशेषकर ठाडी और आस-पास के ग्रामों के दूसरे समुदाय के लोग निशाने पर हैं. पहले चरण में ठाडी के दूसरे समुदाय के घरों को लूट कर आग लगाने की तैयारी की अफवाह आस-पास में फैली हुई है.
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वहीं, सोमवार की शाम को ठाडी में रहने वाले दूसरे समुदाय की महिलाएं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ गांव से पलायन कर गई हैं. उन्होंने सिंदुरिया और रामगढ़ में अपने रिश्तेदारों के घर में शरण ली है और गिरफ्तार युवक को निर्दोष बताते हुए जल्द रिहा करने की मांग कर रहीं हैं. ग्रामीणों के अनुसार रामगढ़ थाने के साथ जिले के वरीय पदाधिकारियों को मामले की जानकारी देकर सुरक्षा की गुहार लगाई गई है. उधर एसडीपीओ अनिमेष नैथानी के अनुसार प्रशासन मामले पर गंभीरता से नजर रखे हुए है.
इधर संताल समाज और पीड़िता के परिवावालों ने जुलुस निकाल कर दुष्कर्मियों को जल्द से जल्द सजा देने की प्रशासन से मांग की है. वहीं, आरोपी पक्ष का कहना है कि लगाया गया आरोप बिल्कुल गलत है, गिरफ्तार युवक को रिहा करें. दोनों पक्षों में तनाव का माहौल बना हुआ है, प्रशासन दोनों पक्षों पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द से जल्द मामला को सुलझाने का प्रयास कर रही है.