दुमका: झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि हथियारबंद अपराधी पर गोली चलाने और उसे मार गिराने में कोताही न बरतें. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि अगर सही एनकाउंटर होता है तो आप बेफिक्र रहें वे उनके साथ हैं. डीजीपी ने कहा कि जो अपराधी हथियार लेकर निकला है वह कोई पूजा करने नहीं निकला है, किसी न किसी को मारना उसका उद्देश्य है तो ऐसे में उस अपराधी को मारने में कोई परेशानी नहीं है.
डीजीपी ने की बैठक
दुमका में डीजीपी ने पुलिस और एसएसबी के अधिकारियों के साथ बैठक कर अपराध नियंत्रण की समीक्षा की. इसमें जिले में हाल के दिनों में हुए आपराधिक घटनाओं और उसमें हुई कारवाई का ब्यौरा लिया.
भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अधिकारी भेजे जाएंगे जेल
एमवी राव ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, सड़क पर अवैध वसूली करते हैं, वैसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.
अवैध माइनिंग और उसकी ढुलाई रोकना हमारा काम नहीं
डीजीपी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कोयला, पत्थर, बालू का कहीं अगर अवैध खनन हो रहा है उसकी ढुलाई हो रही है, तो माइनिंग डिपार्टमेंट, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को उसे देखना चाहिए, उनकी भूमिका सहयोग की होगी. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि हमारा सबसे पहला काम जनता की जानमाल की रक्षा करना है.
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शिकारीपाड़ा के बहुचर्चित मुन्ना राय प्रकरण पर दी प्रतिक्रिया
हाल के दिनों में दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में मुन्ना राय नाम के एक व्यक्ति ने एक व्यवसायी को फोन पर जान मारने की धमकी देकर रुपए की मांगी थी, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया था. इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए डीजीपी ने कहा कि 'मामले को मैंने काफी गंभीरता से लिया है और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उसपर जल्द कार्रवाई करें, अगर उसे गोली भी मारना पड़े तो मार दें.' मुन्ना राय ने फोन पर बसंत सोरेन के साथ अपने संबंध होने की बात कही थी. इस संबंध में डीजीपी ने कहा कि कृपया राजनीति से इन बातों का न जोड़ें और ना ही पुलिस को राजनीतिक दलों से जोड़ कर देखें.