दुमकाः दो दिन पूर्व एक बाइक चोरी की घटना की जांच करने पहुंची पुलिस टीम की कार्रवाई का दामोडीह गांव के लोगों ने विरोध किया. इस मामले में पुलिस अधिकारियों और जवानों के साथ धक्का मुक्की करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में रामगढ़ थाना में आठ नामजद और दस से बारह अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है. खास बात यह है कि इस घटना की जानकारी मीडिया को शुक्रवार को तब हुई जब पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराया.
इसे भी पढ़ें- Seraikela Crime News: छापेमारी करने गई पुलिस पर चोरों का हमला, शिकंजे में आये पांच अपराधी
रामगढ़ थाना के एसआई अनुज कुमार सिंह के बयान पर मामला दर्जः दुमका जिले के रामगढ़ थाना की पुलिस दो दिन पहले बाइक चोरी यह घटना की जांच के लिए दामोडीह गांव गई हुई थी. वहां कुछ युवकों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की और कार्य में बाधा पहुंचाया था. एसआई अनुज कुमार सिंह के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में रामगढ़ थाना क्षेत्र के दामोडीह निवासी आनंद मंडल, मनकुमार मंडल, घनश्याम मंडल, सुमन कुमार मंडल, शिवम कुमार, अभिषेक मंडल, देवघर के घोरमारा गांव केआलोक कुमार मंडल और गोड्डा कस्बा के निवासी रंजन मंडल को नामजद आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने सभी नामजद और दस से बारह अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में कांड संख्या 61/2023 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
इस एफआईआर के अनुसार एसआई अनुज कुमार सिंह पुलिस बल के साथ अनुसंधान के सिलसिले में दो दिन पूर्व दामोडीह गांव की तरफ जा रहे थे. दामोडीह गांव में संदिग्ध अवस्था में कुछ युवकों को देखकर उन्होंने पूछताछ शुरू की. इसी क्रम में देवघर जिला के निवासी आलोक मंडल को पूछताछ करने के लिये थाना ला रही थी. इसी बीच वहां मौजूद युवकों ने अन्य युवकों को फोन कर बुला लिया और पुलिस बल से उलझ गए. इतना ही नहीं पुलिस की गिरफ्त से संदिग्ध युवक आलोक मंडल को छुड़ा लिया. सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस बल को आता देखकर सभी भाग खड़े हुए.
थाना प्रभारी ने दी जानकारीः इस पूरे मामले पर रामगढ़ के थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि रामगढ़ ब्लॉक परिसर से एक बाइक की चोरी हुई थी, उसी के जांच के सिलसिले में पुलिस सादे लिबास में गोड्डा जिला के सीमा पर स्थित दामोडीह गांव गई थी. जहां गांव के युवकों ने धक्का-मुक्की की और एक संदिग्ध जिसे पुलिस पकड़ कर थाना लाना चाह रही थी उसे छुड़ा लिया. थाना प्रभारी ने कहा कि संभवत वे सभी साइबर अपराधी थे. बाद में जब पुलिस अपनी पूरी टीम के साथ पहुंची तो सभी भाग खड़े हुए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ है उनकी जल्द गिरफ्तार करते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.