दुमका: अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी को संन्यास लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने बाबूलाल को टिश्यू पेपर की तरह इस्तेमाल किया. वे लोभ में फंस गए हैं और नेता प्रतिपक्ष बनना चाह रहे हैं, पर उन्हें यह ओहदा कभी नहीं मिलेगा.
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इरफान अंसारी बुधवार को आचार संहिता के एक मामले में पेश होने दुमका सिविल कोर्ट आए थे. इरफान अंसारी ने कहा कि कल मंगलवार को बाबूलाल मरांडी ने दुमका परिसदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि शिबू सोरेन का परिवार जब तक राज्य में सत्ता पर काबिज रहेगा, यहां का भला नहीं हो सकता. ऐसे में उसे उखाड़ फेंकना जरूरी है. बाबूलाल मरांडी के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि वे दूसरे दल से चुनाव जीतकर आए और भाजपा में शामिल होकर इस तरह के बयान दे रहे हैं. हम लोग विधानसभा अध्यक्ष से मांग करते हैं कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनने दें और न ही वे बनेंगे.
भाषा विवाद को दूर करने के लिए बने कमिटी: कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि भाषा विभाग को दूर करने के लिए रिटायर्ड चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में एक कमिटी बने. यह विवाद भाजपा के द्वारा लाया गया है. हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस राज्य को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं और यह भाजपा को हजम नहीं हो रहा है.