दुमका: उपराजधानी दुमका के बस स्टैंड में सोमवार को एक शख्स की बस कंडक्टर और खलासी ने मिलकर जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद उक्त युवक ने अपने पहचानवालों को बस स्टैंड में बुला लिया और विरोध में लगभग तीन घंटे तक बस स्टैंड के मुख्य गेट को जाम कर दिया. इस दौरान लोग स्टैंड से एक भी बस निकलने नहीं दे रहे थे. इक कारण सैकड़ों यात्री जाम में फंसे रहे. जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाकर जाम खुलवाया. बताया जाता है कि उक्त युवक बस में लेडीज सीट की मांग कर था.
अपनी महिला रिश्तेदार को बस पर चढ़ाने पहुंचा था युवकः दुमका के अटल बिहारी वाजपेयी बस पड़ाव पर सोमवार शाम शहर के जरुआडीह इलाके के मृणाल हेंब्रम अपने साथ एक महिला रिश्तेदार को पाकुड़ जानेवाली बस में चढ़ाने पहुंचा था. उन्होंने कहा कि हमें लेडीज सीट चाहिए. बस में लेडीज सीट उपलब्ध नहीं थी. इसी बात को लेकर मामला बढ़ गया और नौबत हाथापाई तक जा पहुंची. बस में कंडक्टर, खलासी और कई स्टाफ थे. सभी ने मिलकर मृणाल हेंब्रम की जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद मृणाल अपने पहचान वालों को बस पड़ाव बुला लिया और मुख्य गेट पर को जाम कर दिया. इतना ही नहीं बस पड़ाव के अंदर जितनी भी दुकानें और होटल को बंद करवा दिया. इस दौरान लोग मांग कर रहे थे कि जिसने मृणाल के साथ मारपीट की है उसे सामने लाया जाए और आवश्यक कार्रवाई हो.
घंटों फंसे रहे यात्रीः इस दौरान प्रदर्शनकारी बस पड़ाव से किसी बस को निकलने नहीं दे रहे थे. इस कारण दर्जनों बसों में सैकड़ों यात्री फंसे थे. कुछ देर बाद घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना प्रभारी अरविंद कुमार, सदर प्रखंड के सीओ जामुन रविदास मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने और जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन सभी इस बात पर अड़े रहे कि जब तक मारपीट करने वाले लोग सामने नहीं आएंगे, हमलोग जाम नहीं हटाएंगे. लोगों को समझाने-बुझाने में लगभग तीन घंटा बीत गया. इधर बस में सवार सभी पैसेंजर परेशान थे. बस पड़ाव की दुकान बंद रहने से यात्रियों को खाने-पीने का भी सामान नहीं मिल पा रहा था.
डीएसपी के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोगों ने हटाया जामः इसके बाद मामले की जानकारी मिलते ही डीएसपी विजय कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. उन्होंने आश्वासन दिया कि जिसने भी कानून को अपने हाथ में लिया है उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. घायल का मेडिकल कराया जाएगा और दोषियों पर एफआईआर होगी.