दुमका: पिछले एक हफ्ते से आयोजित राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव धूमधाम से संपन्न हो गया. मेले के अंतिम दिन घड़ा उतारो प्रतियोगिता को हजारों लोगों ने देखा और खूब आनंद लिया. इस मौके पर पद्मश्री लोक कलाकार मुकुंद नायक ने भी समा बांधा.
पीतल का घड़ा
कृष्ण जन्माष्टमी में आयोजित दही हांडी प्रतियोगिता की तरह एक नजारा यहां भी नजर आता है. दुमका में राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव के अंतिम दिन घड़ा उतारो प्रतियोगिता देखने दूरदराज से लोग पहुंचते हैं. इसमें लगभग 50 फीट लकड़ी के खंभे पर ग्रीस लगा दी जाती है और उसके टॉप पर एक पीतल का घड़ा बांध दिया जाता है. जिसमें लगभग पांच हजार रुपये और मिठाई डाली रहती है.
घड़ा उतारो प्रतियोगिता
पूरे दुमका जिले से 20 दल एक-एक कर इसे उतारने का प्रयास करते हैं. ग्रीस लगे रहने की वजह से जब लोग ऊपर चढ़ते हैं तो चिकनाहट की वजह से फिर चलते हुए नीचे आ जाते हैं. एक मनोरंजक माहौल नजर आता है. अंत में दुमका सदर प्रखंड के महुआडीह गांव की टीम ने विजय हासिल की.
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मुकुंद नायक ने बांधा समा
इस राजकीय मेले के समापन के मौके पर हजारों लोग उपस्थित थे. इसमें दुमका उपायुक्त मुकेश कुमार अपनी पूरी टीम के साथ घड़ा उतारो प्रतियोगिता का आनंद लिया. साथ ही झारखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार पद्मश्री मुकुंद नायक ने भी समा बांध दिया. मुकुंद नायक ने कहा कि जनजातीय हिजला मेला का समृद्ध इतिहास रहा है. इसे सहेजने की जरूरत है. उन्होंने भी घड़ा उतारो प्रतियोगिता की जमकर तारीफ की.