दुमका: जरमुंडी विधानसभा सीट से बीजेपी ने देवेंद्र कुमार को प्रत्याशी बनाया है. देवेंद्र कुमार का राजनीतिक इतिहास बहुत लंबा रहा है. वो1995 में जेएमएम से और 2000 में बीजेपी की टिकट से जीत कर विधायक बन चुके हैं. हालांकि, बाद में वह लगभग सभी दलों के टिकट से चुनाव लड़े हैं, लेकिन 2005 में निर्दलीय प्रत्याशी हरि नारायण राय ने उन्हें शिकस्त दी. विधानसभा 2019 में वो बीजेपी की टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान देवेंद्र कुमार ने जरमुंडी विधानसभा सीट से जीत का दावा किया है. उनका कहना है कि केंद्र में मोदी सरकार और झारखंड में रघुवर दास सरकार ने काफी बेहतर काम किया है. इसलिए जनता उन्हें फिर से सरकार बनाने का मौका देगी. देवेंद्र कुमार का यह भी दावा है कि उनके मुकाबले का जरमुंडी विधानसभा सीट पर कोई प्रत्याशी नहीं है. वर्तमान में कांग्रेस के बादल पत्रलेख जरमुंडी विधानसभा से विधायक हैं. इस बार के चुनाव में भी कांग्रेस ने फिर एकबार उन्हें ही उम्मीदवार बनाया है. इधर झाविमो ने डॉक्टर संजय कुमार को टिकट दिया है, जबकि इस क्षेत्र से बीजेपी के कद्दावर नेता रहे सीताराम पाठक ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
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जरमुंडी विधानसभा सीट से बीजेपी की राह आसान नहीं होगी. झारखंड राज्य गठन के बाद जरमुंडी सीट से एक बार भी बीजेपी ने अपना परचम नहीं लहराया है. 2014 के चुनाव में अभय कांत प्रसाद प्रत्याशी थे, लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहे थे. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा इस बार बीजेपी उम्मीदवार के दावों में कितना दम है.