दुमका: सावन महीने की आज (26 जुलाई 2021) पहली सोमवारी है. इस मौके पर भक्तों के अपार भीड़ से गुलजार रहने वाला बाबा बासुकीनाथ मंदिर वीरान पड़ा है. पुलिस बैरिकेडिंग के अलावे दूर-दूर तक कोई भक्त नजर नहीं आ आए. कोरोना के कारण लगातार दूसरे साल भी सावन महीने में बासुकीनाथ मंदिर बंद है.
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भुखमरी की कगार पर पहुंचे पुजारी
लगातार दो साल से मंदिर बंद रहने और सावन माह में भी कोरोना नियम लागू होने कारण मंदिर के पुजारी और उस पर आश्रित लोगों के लिए भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने कहा कि हम लोग सरकार के गाइडलाइन का पालन तो कर रहे हैं लेकिन कमाई का जरिया बंद हो जाने से हम लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से राहत पैकेज की मांग की है.
मंदिर खोलने की मांग
वहीं, बाबा मंदिर के सदस्य सह पूर्व सांसद अभय कांत प्रसाद ने बताया कि सरकार से मंदिर को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कई बार मंदिर खोलने का आग्रह किया है. लेकिन सरकार ने मंदिर नहीं खोलने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा हम सभी सरकार के निर्णय को मानने के लिए बाध्य हैं.
मंदिर तक जाने के सभी रास्ते बंद
सावन माह को देखते हुए बाबा बासुकीनाथ मंदिर के पास सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. मंदिर तक जाने वाली सभी चौक चौराहे को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है. श्रद्धालु किसी भी तरह मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएं इसके लिए भारी मात्रा में पुलिस बल और दंडाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. मंदिर के पास मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर जरमुंडी ने श्रद्धालुओं के साथ किसी तरह की कड़ाई से इंकार किया है. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को समझा बुझाकर वापस भेजा जा रहा है.