दुमकाः झारखंड बिजली विभाग लगातार अपनी व्यवस्था को बेहतर करने का दावा करता रहा है. लेकिन दुमका में विभाग की उदासीन रवैये से किसी दिन बड़ी दुर्घटना घट सकती है.
दुमका के एयरपोर्ट रोड में जर्जर बिजली तारों का जाल बिछा है. हवाई अड्डे के अगल- बगल बिजली ट्रांसफॉर्मर से लोगों के घर तक जो कनेक्शन पहुंचाया गया है. वह पेड़ों और बांस से बांध कर ले जाया गया है. करंट प्रवाहित होने वाले इन तारों की ऊंचाई महज 3 से 7 फीट तक है. जाहिर है कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. जबकि इस सड़क में लगभग रोज वीआईपी मूवमेंट रहता है. मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री आये दिन आते जाते रहते हैं. यह भी खतरा बना रहता है कि जमीन को छू रहे इन बिजली तारों से किसी दिन कोई दुर्घटना घट सकती है.
अनहोनी की आशंका से डरे सहमे रहते हैं लोग
इस इलाके में बड़ी आबादी निवास करती है. उन्हें हमेशा इस बात का डर सताता है कि कहीं कोई इस तार की चपेट में आ जाये तो सीधी उसके जान का खतरा हो सकता है. उनका कहना है कि बिजली विभाग इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे.
विद्युत विभाग का रवैया उदासीन
इस अतिमहत्वपूर्ण क्षेत्र में बिजली विभाग का यह उदासीन रवैया समझ से परे है. हमने जब यह समस्या विद्युत विभाग संथालपरगना के जीएम हरेन्द्र कुमार सिंह के सामने रखी तो, उन्होंने कहा कि मैं पहले अपने अभियंता से इसकी जांच करा लेता हूं. फिर कोई बात कह पाऊंगा.