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यहां बांस और पेड़ के सहारे घर तक पहुंचती है बिजली, लोगों की हलक में अटकी रहती है जान

दुमका के एयरपोर्ट रोड में जर्जर बिजली तारों का जाल बिछा है. हवाई अड्डे के अगल- बगल बिजली ट्रांसफॉर्मर से लोगों के घर तक जो कनेक्शन पहुंचाया गया है. वह पेड़ों और बांस से बांध कर ले जाया गया है.

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Published : Feb 27, 2019, 11:24 PM IST

Updated : Feb 28, 2019, 12:02 AM IST

दुमकाः झारखंड बिजली विभाग लगातार अपनी व्यवस्था को बेहतर करने का दावा करता रहा है. लेकिन दुमका में विभाग की उदासीन रवैये से किसी दिन बड़ी दुर्घटना घट सकती है.

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दुमका के एयरपोर्ट रोड में जर्जर बिजली तारों का जाल बिछा है. हवाई अड्डे के अगल- बगल बिजली ट्रांसफॉर्मर से लोगों के घर तक जो कनेक्शन पहुंचाया गया है. वह पेड़ों और बांस से बांध कर ले जाया गया है. करंट प्रवाहित होने वाले इन तारों की ऊंचाई महज 3 से 7 फीट तक है. जाहिर है कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. जबकि इस सड़क में लगभग रोज वीआईपी मूवमेंट रहता है. मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री आये दिन आते जाते रहते हैं. यह भी खतरा बना रहता है कि जमीन को छू रहे इन बिजली तारों से किसी दिन कोई दुर्घटना घट सकती है.

अनहोनी की आशंका से डरे सहमे रहते हैं लोग
इस इलाके में बड़ी आबादी निवास करती है. उन्हें हमेशा इस बात का डर सताता है कि कहीं कोई इस तार की चपेट में आ जाये तो सीधी उसके जान का खतरा हो सकता है. उनका कहना है कि बिजली विभाग इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे.

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विद्युत विभाग का रवैया उदासीन
इस अतिमहत्वपूर्ण क्षेत्र में बिजली विभाग का यह उदासीन रवैया समझ से परे है. हमने जब यह समस्या विद्युत विभाग संथालपरगना के जीएम हरेन्द्र कुमार सिंह के सामने रखी तो, उन्होंने कहा कि मैं पहले अपने अभियंता से इसकी जांच करा लेता हूं. फिर कोई बात कह पाऊंगा.

दुमकाः झारखंड बिजली विभाग लगातार अपनी व्यवस्था को बेहतर करने का दावा करता रहा है. लेकिन दुमका में विभाग की उदासीन रवैये से किसी दिन बड़ी दुर्घटना घट सकती है.

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दुमका के एयरपोर्ट रोड में जर्जर बिजली तारों का जाल बिछा है. हवाई अड्डे के अगल- बगल बिजली ट्रांसफॉर्मर से लोगों के घर तक जो कनेक्शन पहुंचाया गया है. वह पेड़ों और बांस से बांध कर ले जाया गया है. करंट प्रवाहित होने वाले इन तारों की ऊंचाई महज 3 से 7 फीट तक है. जाहिर है कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. जबकि इस सड़क में लगभग रोज वीआईपी मूवमेंट रहता है. मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री आये दिन आते जाते रहते हैं. यह भी खतरा बना रहता है कि जमीन को छू रहे इन बिजली तारों से किसी दिन कोई दुर्घटना घट सकती है.

अनहोनी की आशंका से डरे सहमे रहते हैं लोग
इस इलाके में बड़ी आबादी निवास करती है. उन्हें हमेशा इस बात का डर सताता है कि कहीं कोई इस तार की चपेट में आ जाये तो सीधी उसके जान का खतरा हो सकता है. उनका कहना है कि बिजली विभाग इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे.

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विद्युत विभाग का रवैया उदासीन
इस अतिमहत्वपूर्ण क्षेत्र में बिजली विभाग का यह उदासीन रवैया समझ से परे है. हमने जब यह समस्या विद्युत विभाग संथालपरगना के जीएम हरेन्द्र कुमार सिंह के सामने रखी तो, उन्होंने कहा कि मैं पहले अपने अभियंता से इसकी जांच करा लेता हूं. फिर कोई बात कह पाऊंगा.

Intro:दुमका - झारखंड विद्युत विभाग लगातार अपनी व्यवस्था को बेहतर करने का दावा करता रहा है लेकिन दुमका में विद्युत विभाग की उदासीन रवैये से किसी दिन बड़ी दुर्घटना घट सकती है ।


Body:क्या है पूरा मामला ।
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दुमका के एयरपोर्ट रोड में जर्जर बिजली तारों का जाल बिछा है । हवाईअड्डे के अगल बगल बिजली ट्रांसफरमर से लोगों के घर तक जो कनेक्शन पहुंचाया गया है वह पेड़ों और बांस से बांध कर ले जाया गया है । करंट प्रवाहित होने वाले इन तारों की ऊंचाई महज 3 से 7 फीट तक है । जाहिर है कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है । जबकि इस सड़क में लगभग रोज भीआईपी मूवमेंट रहता है । मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री आये दिन आते जाते रहते हैं तो यह भी खतरा बना रहता है कि जमीन को छू रहे इन बिजली तारों से किसी दिन कोई दुर्घटना घट सकती है ।

अनहोनी की आशंका से डरे सहमे रहते हैं लोग ।
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इस इलाके में बड़ी आबादी निवास करती है । उन्हें हमेशा इस बात का डर सताता है कि कहीं कोई इस वायर के चपेट में आ जाये तो सीधी उसके जान का खतरा हो सकता है । उनका कहना है कि बिजली विभाग इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे ।

बाईट प्रमोद पंडित
बाईट - पवन कुमार
बाईट सरिता , तीनो स्थानीय नागरिक
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Conclusion:विद्युत विभाग का रवैया उदासीन ।
इस अतिमहत्वपूर्ण एरिया में बिजली विभाग का यह उदासीन रवैया समझ से परे हैं । हमने जब यह समस्या विद्युत विभाग संथालपरगना के जीएम हरेन्द्र कुमार सिंह के सामने रखी तो उन्होंने कहा कि मैं पहले अपने अभियंता से इसकी जांच करा लेता हूँ फिर कोई बात कह पाऊंगा ।

कटवेज - जीएम , विद्युत विभाग , संथालपरगना प्रक्षेत्र


पीटीसी - मनोज केशरी दुमका
Last Updated : Feb 28, 2019, 12:02 AM IST
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