दुमका: जामा प्रखंड के सिलांदा गांव में शनिवार को देर रात कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने 1855 के संथाल हुल आंदोलनकारी और स्वतंत्रता सेनानी वीर राजवीर सिंह, वीर हरदेव सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान नारियल फोड़कर और फीता काट कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई, साथ ही शहीदों की प्रतिमा के सामने दीप जलाया गया.
ये भी पढ़ें- मासस ने कार्यकर्ता सम्मेलन का किया आयोजन, केंद्र सरकार पर बरसे वक्ता
हमारी परंपरा, हमारी ताकतः कृषि मंत्री बादल पत्रलेख
समारोह की अध्यक्षता कृष्णा बैरागी और आयोजन समिति के नेता आनन्दी राऊत ने संयुक्त रूप से की. इस दौरान कार्यक्रम में आम लोगों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि आंदोलनकारियों के लिये स्मारक बनाने की परंपरा रही है. इससे हमारी एकता और संस्कृति को बल मिलता है. खेतोरी समाज की जायज मांगों का वो समर्थन करते हैं और आर्थिक दृष्टिकोण से बहुत पिछड़े इस समाज की लड़ाई में साथ देने का काम शुरू कर चुके हैं. चाहे वो विधानसभा में राजा नुनू मांझी के तैल्य चित्र लगाने का विषय हो या खेतोरी समाज को अनुसूचित जन जाति में शामिल करने का मामला हो. उन्होंने समाज के लोगों से अपनी मानसिकता बदलने और एकजुटता का परिचय देने का आह्वान किया.
कई लोग रहे मौजूद
समारोह को मुख्य रूप से कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष प्रेम कुमार, आनन्दी राऊत, आसामी लायक ने भी सम्बोधित किया. कृषि मंत्री से दोनो आंदोलनकारी शहीदों को राज्य सरकार से शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की. इस अवसर पर देवऋषि लायक, विनोद राय, दुर्योधन राय, उजानि कुंवर, शम्भु ईशर, संजय ईशर, रामजीवन राउत,राजेन्द्र यादव, जय मुर्मू, फ्रांसिस मुर्मू, कोमल कुमारी और अनेक नागरिक उपस्थित थे.