दुमकाः पुलिस ने नक्सलियों के नाम से पत्र लिख कर सड़क निर्माण कंपनी के मैनेजर से पांच करोड़ 70 लाख रुपए रंगदारी मांगने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि जिले के काठीकुंड प्रखंड के गांधी चौक से कड़विंदा गांव तक 22 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. कुल 57 करोड़ रुपए की यह योजना है. काम का जिम्मा कैमेक इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को मिला है. इस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर उपेंद्र चौधरी ने पिछले दिनों थाने में आवेदन दिया था कि भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम से एक पत्र लिख कर मुझसे कुल प्राक्कलित राशि का 10% अथार्त पांच करोड़, 70 लाख रुपए की लेवी की मांग की गई है. बाद में उनसे फोन कर भी जल्द रुपए देने को कहा गया है.
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पुलिस ने छापेमारी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लियाः इधर, थाने में आवेदन मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और एक टीम का गठन किया गया. इस टीम को सफलता मिली है और इस मामले में अजीत मरांडी और अनिल पासवान नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से नक्सलियों का स्टाम्प और पैड, तीन सिमकार्ड और मोबाईल बरामद किया गया है. पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें अनिल पासवान जमुई जिले के चन्द्रमंडी थाना क्षेत्र के चिहारी गांव का रहनेवाला है. उसके खिलाफ पहले से चन्द्रमंडी थाने में आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि अजीत मरांडी दुमका के काठीकुंड थाना के लकड़ापहाड़ी गांव का रहने वाला है.
क्या कहते हैं एसपी अंबर लकड़ाः इस पूरे मामले पर एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि सड़क निर्माण कंपनी के मैनेजर से लेवी की मांग नक्सलियों के नाम पर की गई थी. हमने जांच कर कार्रवाई की है. मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इस मामले में दो अन्य लोगों के भी नाम सामने आए हैं. एसपी ने कहा कि गिरफ्तार दोनों लोगों ने अपना अपराध स्वीकर कर लिया है. एसपी ने कहा कि तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अन्य फरार अभियुक्तों के विरुद्ध छापेमारी की जा रही है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इनका नक्सलियों के साथ अब तक किसी तरह का कनेक्शन सामने नहीं आया है, लेकिन इसकी गहनता से जांच की जा रही है कि इस तरह लेवी मांगने का जो प्रयास हुआ है कहीं कोई तार नक्सलियों से जुड़ा तो नहीं है.