दुमका: रामगढ़ में जरमुंडी प्रखंड का रहने वाला एक शख्स 32 मजदूरों को काम दिलाने के बहाने केरल ले गया. इस एवज में उनसे एक-एक हजार रुपए और उनका आधार कार्ड ले लिया. जबकि भेजने वाले ने खुद उनके साथ नहीं जाकर अपना मोबाइल बंद कर लिया. इधर, जब सभी मजदूर केरल पहुंचे तो काम का कोई ठिकाना नहीं था. वहां जाकर इधर उधर भटकने लगे. सभी के सामने खाने-पीने के जब लाले पड़ गए, तो उन्होंने किसी तरह झारखंड सरकार तक अपनी बात रखी और वापसी की गुहार लगाई.
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राज्य सरकार ने लिया संज्ञान
झारखंड सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए सभी को ट्रेन से धनबाद पहुंचाया. दुमका जिला प्रशासन की ओर से धनबाद बस भेजकर इन मजदूरों को वापस लाया गया. दुमका के 32 मजदूर और उनके पांच बच्चे पिछले 20 दिनों से केरल में फंसे हुए थे. झारखंड सरकार ने इन सभी की घर वापसी करा दी. घर वापस आने के बाद इनके चेहरे पर खुशी देखी गई. उन्होंने सरकार को धन्यवाद दिया.
क्या कहते हैं मजदूर
वापस आने के बाद इन मजदूरों के चेहरे पर काफी खुशी झलक रही थी. उनका कहना था कि हमारे साथ धोखा किया गया, लेकिन झारखंड सरकार ने उन्हें इस दलदल से बाहर निकाला. केरल में उन्हें काम नहीं मिला और काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी. मजदूरों ने झारखंड सरकार को धन्यवाद दिया कि उनकी बात सुनी गई और वापस बुलवाया गया.
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7 दिन के लिए मजदूर क्वारंटीन
दुमका एसडीएम महेश्वर महतो ने कहा कि इन सभी की स्वास्थ्य जांच की जाएगी और क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा. उसके बाद दोबारा इनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. अगर ये ठीक रहे, तो इनको घर वापस भेज दिया जाएगा.