दुमकाः कभी-कभी शिकारी भी शिकार बन जाते हैं. ऐसा ही एक रोचक प्रसंग दुमका में देखने को मिला. दुमका तालझारी थाना क्षेत्र में 4 दिन पूर्व एक युवक प्रदुमन मंडल रिपोर्ट लिखवाने पहुंचा कि वह दुमका से देवघर अपने साथी मनोज मंडल के साथ लौट रहा था.
रास्ते में कुछ अपराधियों ने उसकी बाइक और और साठ हजार रुपये छीन लिए. पुलिस ने लूट का यह मामला दर्ज तो कर लिया लेकिन प्रदुमन मंडल से यह पूछा गया कि तुमने साठ हजार कहां से लाए तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 9 एटीएम कार्ड बरामद किए गए. प्रदुमन मंडल साइबर अपराधी निकला. अब इस मामले में एक और ट्विस्ट यह था कि जांच में पता चला कि प्रदुमन का मित्र मनोज मंडल जो उसके साथ दुमका से देवघर लौट रहा था उसने ही एक अपराधी गिरोह को सूचना देकर उसे लुटवाने का काम किया है.
पुलिस ने इस मामले में मनोज मंडल और संजय मंडल को गिरफ्तार किया है और उसके पास से लूटी गई बाइक और घटना में प्रयुक्त एक बाइक बरामद की.
सरगना ने तीस हजार रुपये वेतन पर रखे हैं 15 लड़के प्रदुमन मंडल से जब पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मधुपुर थाना क्षेत्र के दिलीप मंडल के लिए काम करता है .
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दिलीप ने ही उसे सारे एटीएम दे रखे हैं और उसका काम देवघर से दुमका में जाकर एटीएम से पैसे निकालकर दिलीप को पहुंचाना है. इसके एवज में उसे तीस हजार रुपये प्रति माह वेतन दिया जाता है.
साथ ही प्रदुमन ने यह भी खुलासा किया कि मेरे जैसे 15 लड़के दिलीप के लिए काम करते हैं और महीने में 30 से 40 लाख रुपये दिया जाता है.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
इस मामले में जरमुंडी के एसडीपीओ अनिमेष नैथानी ने बताया कि प्रदुमन ने जिन साइबर अपराधियों के नाम बताए हैं उसके खिलाफ दुमका साइबर थाने में मामला दर्ज किए गए हैं. इसमें जिनके नाम आए हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. इधर बाइक लूट कांड में भी अपराधियों की धरपकड़ जारी है.