धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल ब्लॉक दो अंतर्गत केकेसी मेन साइडिंग में काम करने वाले सेलपीकर मजदूर पिछले दो सप्ताह से अपनी मांगों को लेकर साइडिंग के समीप भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इस दौरान बीसीसीएल ब्लॉक दो प्रबंधन मांगों को लेकर गम्भीर नहीं हुआ है. भूख हड़ताल का नेतृत्व बिहार कोलयरी कामगार यूनियन के केंद्रीय सचिव जे के झा कर रहे हैं. पिछले 15 दिनों से सेलपीकर मजदूर बारी-बारी से भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं. साइडिंग में 133 सेलपीकर मजदूर कार्यरत हैं. साइडिंग में ट्रांसपोर्टिंग कंपनी द्वारा मजदूरों को 3 से 4 हजार रुपये मजदूरी दी जा रही है. इसका विरोध चरणबद्ध तरीके से मजदूर कर रहे हैं. मजदूरों की समस्या को लेकर लगातार बीसीकेयू आंदोलन कर रही है. कोरोना को लेकर बुजुर्ग और बच्चे को बाहर निकलने से मनाही जिला प्रशाशन राज्य सरकार कर रही है, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है.
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भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे बीसीकेयू सचिव की उम्र लगभग 60 साल से अधिक है. वहीं, कुछ मजदूरों की उम्र भी 60 से अधिक है. कोरोना संक्रमण के खतरे को नजरअंदाज बीसीसीएल ब्लॉक दो प्रबंधन कर रहा है. मजदूरों का कहना है कि हाई पावर कमिटी द्वारा निर्धारित मजदूरी उन लोगों को नहीं दी जा रही है, जहां उन लोगों को 15 हजार से अधिक मिलनी चाहिए, वहां 3 से 4 हजार रुपये भुगतान किया जा रहा है. सीएमपीएफ की राशि भी सभी मजदूरों की नहीं जमा की जा रही है. अपनी मांगों को लेकर जब भी आंदोलन किए हैं, हर बार आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है. इस बार जब तक मांगें पूरी नहीं होती है आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव ने कहा कि भूख की आग को बुझाकर मजदूर भूख हड़ताल पर हाई पावर कमिटी के वेतन भुगतान की मांग को लेकर बैठे हैं. मजदूर आर पार की लड़ाई को तैयार हैं. बीसीसीएल से तीन बार वार्ता की है. बीसीसीएल ब्लॉक दो प्रबंधन जब तक लिखित में नहीं देते भूख हड़ताल जारी रहेगी.