धनबाद: जिले के एक गांव में शव दफनाने को लेकर हुए विवाद में जमकर बवाल हुआ. विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस को आक्रोशित ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने पुलिस वैन के साथ पुलिस अधिकारी और मुखिया को घंटों बंधक बनाए रखा. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को शांत कराया. ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है.
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मामला बलियापुर प्रखंड के घड़बड़ पंचायत का है. गड़बड़ पंचायत के बाउरी टोला में एक शव दफनाने के लिए विरसिंहपुर पंचायत के हरमाडीह के लोग पहुंचे थे, जिसका बाउरी टोला के लोग विरोध करने लगे. सूचना मिलने के बाद विवाद को सुलझाने बलियापुर थाना पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची. बाउरी टोला के लोगों का आरोप है कि शव को दफनाने में पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. विवाद सुलझाने के बजाए पुलिस ने बाउरी टोला में ही शव को दफनाने का निर्देश दिया और खड़ा होकर शव को दफनाने में मदद भी की. पुलिस की इस कार्यशैली का लोगों ने जमकर विरोध किया और आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंची पुलिस और उनकी पीसीआर वैन को बंधक बना लिया. मौके पर पहुंचे मुखिया भी घंटों तक पुलिसवालों के साथ बंधक बने रहे.
शव दफनाने से लोगों को संक्रमण का खतरा: बाउरी टोला के लोगों ने कहा कि जिस स्थान पर शव को दफनाया गया है, उस स्थान पर हमारा मंदिर है. इस स्थान पर स्थित कुंआ से टोला के लोग पानी का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में बाउरी टोला के लोगों को संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. ग्रामीणों ने कहा कि लोगों के दफनाने और दाह संस्कार के लिए थोड़ी दूर आगे ही श्मशान घाट है. पुलिस को उस श्मशान घाट में शव को दफनाने की प्रक्रिया करानी चाहिए थी. वहीं मौके पर मौजूद बलियापुर थाना प्रभारी पंकज वर्मा ने मामले को लेकर कुछ भी बोलने से इनकार किया है.