धनबादः तमिलनाडु के तिरुपुर में बिहारी मजदूर पवन यादव की हत्या करने वाले उपेंद्र धारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उपेंद्र धारी मूल रूप से झारखंड के धनबाद का रहने वाला है. जो अपने परिवार के साथ तमिलनाडु में जा बसा है. उपेंद्र धारी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है.
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बता दें कि पवन यादव हत्या के साथ कुछ और वीडियो जोड़कर एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें यह कहा जा रहा था कि तमिलनाडु में हिंदी भाषी लोगों पर जुल्म हो रहा है. हालांकि बाद में यह वीडियो फेक निकला. इसे लेकर तिरुपुर डीसीपी अभिषेक गुप्ता ने एक अपील भी जारी की थी.
तिरुपुर पुलिस ने बिहारी मजदूर पवन यादव की हत्या मामले उपेंद्र धारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार वह धनबाद जिले के बोर्रागढ़ ओपी क्षेत्र के ऊपर सेंटर का रहने वाला है. ईटीवी भारत ने धनबाद के उस इलाके की पड़ताल की. उपेंद्र के पड़ोसियों और रिश्तेदार से भी बात की. स्थानीय लोगों ने बताया कि 25 साल पहले ही वह धनबाद छोड़कर चला गया था. उसके पिता नारायण धारी बीसीसीएल में काम करते थे. साल 2002 में वह रिटायर्ड हो गए.
साल 2004 में नारायण धारी की मृत्यु हो गई. उपेंद्र धारी शादी के बाद से ही पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्थित अपने ससुराल में ही रहा करता था. पिता के निधन के बाद श्राद्धकर्म में शामिल होने धनबाद पहुंचा था. फिर अपने ससुराल आसनसोल चला गया. उसके बाद वह आसनसोल से अपने बच्चे और पत्नी संग तमिलनाडु चला गया. उपेंद्र के माता की मौत पहले ही हो चुकी थी. इसके बाद से उपेंद्र तामिलनाडु में ही रह रहा है.
उपेंद्र तीन भाई है. बड़े भाई का नाम राजकुमार धारी है. उसके छोटे भाई का नाम संतोष धारी है. उपेंद्र भाइयों में दूसरे नंबर पर है. उपेंद्र तमिलनाडु में पूरी तरह सेटल हो चुका है. जिसके बाद उसके दोनों भाई राजकुमार और संतोष दोनों धनबाद से तमिलनाडु ही शिफ्ट कर गए. तीनों भाई अपने बच्चे और पत्नी संग तमिलनाडु में रह रहे हैं. जिस घर में उपेंद्र का पूरा परिवार रहा करता था. उस घर में पिछले दस साल से उसके बड़े भाई के ससुर रामचंद्र धारी अपने परिवार के साथ रहते हैं. रामचंद्र भी बीसीसीएल कर्मी हैं.