धनबाद: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच के सफाई कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही. हड़ताल के कारण अस्पताल की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. अस्पताल के अंदर या वार्ड में चारों तरफ गंदगी बिखरी नजर आती है. गंदगी के कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों के साथ-साथ उनकी देखभाल करने वाले परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मरीजों को खुद ही करना पड़ रहा सफाई: मरीजों ने बताया कि गंदगी के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वार्ड में गंदगी के कारण दुर्गंध फैल रही है. अस्पताल में रहना मुश्किल है. इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, लेकिन अब यहां रहना मुश्किल हो गया है. मरीजों ने कहा कि अब स्थिति ऐसी है कि हमें खुद ही सफाई करनी पड़ रही है.
आपको बता दें कि वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर करीब 150 सफाई कर्मचारी गुरुवार से हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल के तीसरे दिन अस्पताल और आउटसोर्सिंग प्रबंधन के साथ सफाई कर्मियों की वार्ता भी हुई. लेकिन यह वार्ता विफल रही. सफाई कर्मचारी 9 हजार रुपये प्रति माह न्यूनतम वेतन की मांग पर अड़े हुए हैं.
दो साल से नहीं बढ़ाई गई सैलरी: आपको बता दें कि एसएनएमएमसीएच की सफाई व्यवस्था की कमान हजारीबाग कमांडो एजेंसी को दी गई है, जिसे हर महीने अस्पताल प्रबंधन भुगतान करता है. न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं. उनका कहना है कि पिछले 2 साल से उनकी सैलरी नहीं बढ़ाई गई है. प्रतिदिन 300 रुपये की मांग की जा रही है. लेकिन उन्हें प्रतिदिन 250 रुपये दिये जा रहे हैं. साथ ही पीएफ ईएसआई समेत अन्य कटौतियों का ब्योरा भी नहीं दिया गया है.
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