धनबाद: करोड़ों की लागत से बनी बाघमारा की तेलमच्चो जलापूर्ति योजना पीएचईडी विभाग की लापरवाही के कारण पिछले दो माह से बंद है. जिसके कारण क्षेत्र के करीब आधा दर्जन पंचायत जलसंकट से जूझ रहे हैं. इसको लेकर रविवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने तेलमच्चो स्थित पानी टंकी के पीएचईडी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
बाघमारा के तेलमच्चो जलापूर्ति योजना का हाल इन दिनों बेहाल है. करीब 14 करोड़ रुपए की लागत से बनी यह जलापूर्ति योजना पीएचईडी विभाग के लापरवाही का दंश झेल रहा है. गर्मी आने में अभी कुछ महीना बाकी है, लेकिन पीएचईडी विभाग ने अभी से ही पानी के लिए ग्रामीणों को रुलाना शुरू कर दिया है. तेलमच्चो जलापूर्ति ग्रामीण योजना से ग्रामीणों को पानी सप्लाई नहीं हो रही है. तेलमच्चो जलापूर्ति योजना पिछले दो महीने से बंद है.
विधायक-सीएम से भी कर चुके हैं शिकायत
तेलमच्चो जलापूर्ति योजना से 3 पंचायत के लोगों की प्यास बुझती थी, लेकिन ठेकेदार और पीएचईडी विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों ने कई बार पीएचईडी विभाग के अधिकारियों, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और राज्य के मुख्यमंत्री को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला. जिसको लेकर रविवार को तीनों पंचायत के ग्रामीणों ने बैठक की, फिर तेलमच्चो स्थित पानी टंकी के पीएचईडी कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने पीएचईडी विभाग और ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस संबंध में ग्रामीणों ने पीएचईडी विभाग और उपायुक्त धनबाद को एक आवेदन देकर अनियमित जलापूर्ति योजना को अतिशीघ्र चालू करने की मांग भी की है.
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ग्रामीणों ने बताया कि 14 करोड़ की लागत से बनी जलापूर्ति योजना पूरी तरह से बेकार हो चुका है. बाघमारा के जिन 3 पंचायतों में जलमीनार बनी हैं, वहां भी ठीक से पानी नहीं चढ़ता है. पाइप-लाइन भी सही नहीं लगाया गया है. वहीं अभी तक इस योजना के तहत मात्र 50 फीसदी घरों तक ही पाइप-लाइन पहुंचा है, जहां ठीक से पानी तक नहीं पहुंचता. ग्रामीणों ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 2 सप्ताह के अंदर तेलमच्चो जलापूर्ति योजना नियमित रुप से शुरू नहीं हुई तो सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.