धनबादः जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले में एसआईटी की टीम पिछले तीन दिन से जांच में जुटी है. ऑटो चोरी की प्राथमिकी दर्ज करने में लापरवाही बरतने वाले पाथरडीह थाना प्रभारी और सीसीसीटी फुटेज वायरल करने वाले सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई रविवार को धनबाद एसएसपी ने की है.
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एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि शहर के विभिन्न थाना थाना क्षेत्रों में 243 संदिग्धों को पकड़ा, जिससे पूछताछ की गई. इसमें 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार संदिग्धों के ऊपर अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज है. उन्होंने बताया कि 53 होटलों में छापेमारी कर जांच-पड़ताल की गई है. इसके साथ ही 250 ऑटो के कागजात की जांच की जा रही है. एसएसपी ने बताया कि बड़े अपराधियों और जेल में बंद कैदियों से भी पूछताछ की गई है.
ऑटो मालिक से पुलिस कर रही है पूछताछ
जिस ऑटो से जज को टक्कर मारा गया, उस ऑटो का मालिक घटना के दिन से फरार था. धनबाद पुलिस ऑटो मालिक रामदेव लोहार को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. शनिवार को दिनभर जगह-जगह छापेमारी की और देर रात ऑटो मालिक रामदेव लोहार को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार रामदेव लोहार से पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि अहम सुराग मिल सके.
रिमांड पर लेकर ऑटो चालक से पूछताछ
पुलिस ने टक्कर मारने वाले ऑटो चालक और उस ऑटो में सवार यात्री को गिरफ्तार किया था, जिसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही सदर अस्पताल की भी पुलिस जांच कर रही है. कहा जा रहा है कि जख्मी जज को सबसे पहले इलाज के लिए सदर अस्पताल ही पहुंचाया गया था, पर डॉक्टर्स ने उन्हें भर्ती नहीं किया था. इसके बाद जज उत्तम आनंद को एसएनएमसीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.