धनबाद: स्थायीकरण की मांग को लेकर अनुबंध चिकित्साकर्मियों का धरना जारी है. अनुबंध चिकित्साकर्मियों ने बताया कि 24 जनवरी से रांची में राजभवन के सामने भी आमरण अनशन किया जा रहा है. धनबाद में भी अनुबंध चिकित्साकर्मी सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
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हड़ताल की वजह से चरमारा गई है चिकित्सा व्यवस्था: धनबाद सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी 16 जनवरी से अब तक धरने पर बैठे हैं. धनबाद जिला सहित राज्य के तमाम एनआरएचएम, एएनएम, जीएनएम अनुबंध कर्मचारी पिछले 16 जनवरी से हड़ताल पर हैं, जिससें चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है. मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप: अनुबंध कर्मचारी ने बताया कि 'सरकार हम अनुबंध कर्मचारियों के साथ खिलवाड़ कर रही है. पिछले 15 वर्षों से हम अल्प मानदेय पर काम कर रहे हैं. इससे परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है. करोनाकाल में भी इस मुद्दे को लेकर हमने आंदोलन किया था, लेकिन उस वक्त हमें महामारी का प्रकोप दिखाकर और दिग्भ्रमित कर हमारे आंदोलन को समाप्त करा दिया गया था. यही नहीं सरकार ने चुनाव के वक्त अपने घोषणा पत्र में भी हमें नियमित करने का जिक्र किया था, लेकिन चुनाव समाप्त होने के बाद सरकार भी अपनी घोषणाओं को भूल गयी है.'
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन: अनुबंध चिकित्साकर्मियों ने कहा है कि जब तक उन्हें नियमित नहीं किया जाता है, उनका आंदोलन जारी रहेगा. रांची में राज्यपाल मुख्यालय के बाहर अनुबंध कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. उन्होंने बताया कि रांची में हो रहे आमरण अनशन में धनबाद के भी अनुबंध कर्मचारी मुख्य रूप से मौजूद हैं.