ETV Bharat / state

सिक्कों से बनाई जा रही मूर्ति बनी आकर्षण का केंद्र, 1957 से हर साल यहां होती है पूजा - नवरात्र में पूजा पंडाल के सजावट का तरीका

नवरात्र का पवित्र महीना शुरू हो चुका है. मां दुर्गा के पूजा-पंडाल भी आकार लेने लगे हैं. धनबाद में भी कई जगहों पर मूर्ति से लेकर पंडाल को अनोखे तरीके से सजाने का काम किया जा रहा है. इस बार हमें सिक्कों से सजी मूर्ति देखने को मिलेगी.

सिक्कों से सजाया जा रहा मां दुर्गा की प्रतिमा
author img

By

Published : Oct 1, 2019, 7:28 PM IST

धनबाद: जिले के पुराना बाजार टेंपल रोड में मौजूद कला संगम समिति, एक और 5 रुपए के सिक्कों से मां दुर्गा की मूर्ति सजा रही है. जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह समिति 62 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन कर रही है, लेकिन 1996 से यहां पर कुछ नए तरीके से मूर्ति को सजाया जाता है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं.

देखें पूरी खबर

कुछ अलग करने की सोच

1957 में यहां पूजा शुरू हुई थी. जिसके बाद 1996 में यहां के स्थानीय युवाओं ने जब से पूजा की बागडोर अपने हाथों में ली, तब से इस जगह ने जिले में अपनी अलग पहचान बनाई है. यहांअलग-अलग तरीकों से मूर्ति को सजाने का काम किया गया है. यहां पर अब तक साबुन, कमीज में लगने वाले बटन, अभ्रक, लकड़ी का बुरादा, दाल जैसी चीजों से मूर्ति को सजाने का काम किया जा चुका है. इसी कड़ी में इस बार सिक्कों से मूर्ति को सजायी जा रही है.

ये भी पढे़ं-जेल से छूटने के बाद MLA ने लिया माता का आशीर्वाद, कहा- जो पर्दे के पीछे से चाल चल रहे, उन्हें बेपर्दा करेंगे

लोगों के सहयोग से जमा हो सके सिक्के

इस बारे में स्थानीय युवाओं ने कहा कि 1 रुपए के छोटे सिक्के जो अब बाजार में चलन में नहीं हैं, ज्यादातर दुकानदार अब इस सिक्के को लेना नहीं चाहते हैं. इन सिक्कों से यह मूर्ति को सजायी जा रही है. जिसके लिए कमेटी के सभी सदस्य सोशल मीडिया का भी उपयोग करते हुए लोगों से सिक्के इकट्ठा कर रहे हैं. 1 लाख 51 हजार सिक्के का उपयोग मूर्ति को सजाने में किया जाएगा.

ये भी पढे़ं-दिल दहला देने वाला VIDEO: जिंदगी की भीख मांग रहा यह दंपति


मूर्ति की खुबसूरती निहारने को विवश हो जाते हैं लोग

कमेटी के लोगों ने बताया कि बहुत जगहों पर तरह-तरह से मूर्ति को सजाने का काम किया जाता है. लोगों को मूर्ति दिखाने की होड़ लगी रहती है. जिस वजह से कला संगम समिति के लोगों ने हर बार कुछ नया करने की सोची, जिससे दूर-दूर से लोग मूर्ति देखने के लिए आने पर विवश हो जाएं. मूर्ति देखने के बाद उनके कामों की सराहना भी लोग करेंगे. इसी चाहत में कमेटी के सभी सदस्य जी-जान से नई-नई मूर्ति को सजाने का काम करते हैं. यहां पर दुर्गा, गणेश, कार्तिक, लक्ष्मी, सरस्वती और अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति को सिक्कों से सजाया जा रहा है. सभी देवताओं के वाहन को भी सिक्कों से सजाया जा रहा है. इन सभी में एक रुपए के सिक्कों का उपयोग किया जा रहा है. जबकि दुर्गा मां की सवारी शेर को पांच के सिक्कों से सजाने का काम कमेटी के सदस्य कर रहे हैं.


कला संगम के लोगों ने कहा की फेसबुक, व्हाट्सएप के जरिए भी लोगों से सिक्का मांगा जा रहा है. लोग स्वेच्छा से मां को चढ़ावा देने के नाम पर सिक्के लाकर दे भी रहे हैं. कला संगम समिति के लोगों का कहना है कि जब मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी तो यह पूरे जिले में आकर्षण का केंद्र रहेगा.

धनबाद: जिले के पुराना बाजार टेंपल रोड में मौजूद कला संगम समिति, एक और 5 रुपए के सिक्कों से मां दुर्गा की मूर्ति सजा रही है. जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह समिति 62 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन कर रही है, लेकिन 1996 से यहां पर कुछ नए तरीके से मूर्ति को सजाया जाता है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं.

देखें पूरी खबर

कुछ अलग करने की सोच

1957 में यहां पूजा शुरू हुई थी. जिसके बाद 1996 में यहां के स्थानीय युवाओं ने जब से पूजा की बागडोर अपने हाथों में ली, तब से इस जगह ने जिले में अपनी अलग पहचान बनाई है. यहांअलग-अलग तरीकों से मूर्ति को सजाने का काम किया गया है. यहां पर अब तक साबुन, कमीज में लगने वाले बटन, अभ्रक, लकड़ी का बुरादा, दाल जैसी चीजों से मूर्ति को सजाने का काम किया जा चुका है. इसी कड़ी में इस बार सिक्कों से मूर्ति को सजायी जा रही है.

ये भी पढे़ं-जेल से छूटने के बाद MLA ने लिया माता का आशीर्वाद, कहा- जो पर्दे के पीछे से चाल चल रहे, उन्हें बेपर्दा करेंगे

लोगों के सहयोग से जमा हो सके सिक्के

इस बारे में स्थानीय युवाओं ने कहा कि 1 रुपए के छोटे सिक्के जो अब बाजार में चलन में नहीं हैं, ज्यादातर दुकानदार अब इस सिक्के को लेना नहीं चाहते हैं. इन सिक्कों से यह मूर्ति को सजायी जा रही है. जिसके लिए कमेटी के सभी सदस्य सोशल मीडिया का भी उपयोग करते हुए लोगों से सिक्के इकट्ठा कर रहे हैं. 1 लाख 51 हजार सिक्के का उपयोग मूर्ति को सजाने में किया जाएगा.

ये भी पढे़ं-दिल दहला देने वाला VIDEO: जिंदगी की भीख मांग रहा यह दंपति


मूर्ति की खुबसूरती निहारने को विवश हो जाते हैं लोग

कमेटी के लोगों ने बताया कि बहुत जगहों पर तरह-तरह से मूर्ति को सजाने का काम किया जाता है. लोगों को मूर्ति दिखाने की होड़ लगी रहती है. जिस वजह से कला संगम समिति के लोगों ने हर बार कुछ नया करने की सोची, जिससे दूर-दूर से लोग मूर्ति देखने के लिए आने पर विवश हो जाएं. मूर्ति देखने के बाद उनके कामों की सराहना भी लोग करेंगे. इसी चाहत में कमेटी के सभी सदस्य जी-जान से नई-नई मूर्ति को सजाने का काम करते हैं. यहां पर दुर्गा, गणेश, कार्तिक, लक्ष्मी, सरस्वती और अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति को सिक्कों से सजाया जा रहा है. सभी देवताओं के वाहन को भी सिक्कों से सजाया जा रहा है. इन सभी में एक रुपए के सिक्कों का उपयोग किया जा रहा है. जबकि दुर्गा मां की सवारी शेर को पांच के सिक्कों से सजाने का काम कमेटी के सदस्य कर रहे हैं.


कला संगम के लोगों ने कहा की फेसबुक, व्हाट्सएप के जरिए भी लोगों से सिक्का मांगा जा रहा है. लोग स्वेच्छा से मां को चढ़ावा देने के नाम पर सिक्के लाकर दे भी रहे हैं. कला संगम समिति के लोगों का कहना है कि जब मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी तो यह पूरे जिले में आकर्षण का केंद्र रहेगा.

Intro:धनबाद: धनबाद के पुराना बाजार टेंपल रोड अवस्थित कला संगम समिति के द्वारा एक रुपए और 5 के सिक्कों से मूर्ति को सजाया जा रहा है. जो जिले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आपको बता दें कि यहां पर 62 सालों से पूजा हो रही है और 1996 से यहां पर कुछ नए तरीके से मूर्ति को सजाया जाता है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.





Body:गौरतलब है कि सन 1957 में यहां पर पूजा प्रारंभ हुई थी. उसके बाद 1996 में यहां के स्थानीय युवाओं ने जब पूजा की बागडोर अपने हाथ में संभाली तो जिले में अपना अलग पहचान बनाने के लिए उन्होंने अलग-अलग तरीकों से मूर्ति को सजाने का काम किया. यहां पर अब तक साबुन,कमीज में लगने वाला बटन, अभ्रक, लकड़ी का बुरादा, दाल आदि से अब तक यहां पर मूर्ति को सजाने का काम कर चुके हैं.इसी कड़ी में इस बार सिक्कों से मूर्ति को सजाया जा रहा है जो जिले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

स्थानीय युवाओं ने बतलाया की एक रुपए के छोटे सिक्के जो अब बाजार में चलन में नहीं है. ज्यादातर दुकानदार अब इस सिक्के को लेना नहीं चाहते हैं इन सिक्कों से यह मूर्ति को सजाया जा रहा है. जिसके लिए कमेटी के सभी सदस्य सोशल मीडिया का भी उपयोग करते हुए लोगों से सिक्के इकट्ठा कर रहे हैं 1 लाख 51 हजार सिक्के का उपयोग मूर्ति को सजाने में किया जाएगा.

कमिटी के लोगों ने कहा कि बहुत जगहों पर तरह-तरह से मूर्ति को सजाने का काम किया जाता है और लोगों को अपनी मूर्ति दिखाने की होड़ लगी रहती है. इसी कारण कला संगम समिति के लोगों लोग भी हर बार कुछ ऐसा नया करते हैं ताकि दूर-दूर से लोग मूर्ति को देखने के लिए आने पर विवश हो जाएं और मूर्ति को देखने के बाद उनके कामों की सराहना भी लोग करें.इसी चाहत को रखते हुए कमेटी के सभी सदस्य जी जान से इस प्रकार के नए-नए रूप से मूर्ति को सजाने का काम करते हैं.

यहां पर दुर्गा, गणेश,कार्तिक,लक्ष्मी, सरस्वती आदि सभी मूर्ति को सिक्कों से सजाया जा रहा है साथ ही साथ सभी देवताओं के वाहन को भी सिक्कों से सजाया जा रहा है. इन सभी मैं एक रुपए के सिक्कों का उपयोग किया जा रहा है. जबकि दुर्गा मां की सवारी शेर को पांच के सिक्कों से सजाने का काम कमेटी के सदस्य कर रहे हैं.


Conclusion:कला संगम के लोगों ने कहा की फेसबुक, व्हाट्सएप के जरिए भी लोगों से सिक्का मांगा जा रहा है. लोग स्वेच्छा से मां को चढ़ावा देने के नाम पर सिक्के को लाकर दे भी रहे हैं. कला संगम समिति के लोगों का कहना है कि जब मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी तो यह पूरे जिले में आकर्षण का केंद्र रहेगा.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.