धनबाद: सड़क पर सब्जी बेचने वाले जोड़ापोखर शालीमार की राष्ट्रीय तीरंदाज सोनू खातून को जिला प्रशासन की पहल पर निजी अस्पताल में कर्मी के रूप में नियुक्ति पत्र सौंपा गया है. इसके साथ ही अस्पताल तीरंदाजी के लिए उन्हें हर तरह का सहयोग भी करेगी.
वहीं, नियुक्ति पत्र सौंपने के दौरान डीसी अमित कुमार ने कहा कि सोनू खातून को अब किसी भी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल प्रबंधन उनके आने-जाने और रहने के लिए स्पॉन्सर करेगा. उन्होंने सोनू के उज्जवल भविष्य की कामना भी की है. जिसके बाद सोनू ने कहा कि एशियन जलान सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में फ्रंट ऑफिस कोऑर्डिनेटर के पद पर नियुक्त होने से बहुत खुश है और बहुत अच्छा भी लग रहा है. उन्होंने कहा कि मन लगाकर अपना काम करेंगी और जब भी अवसर मिलेगा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने का भी प्रयास करेंगी.
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वहीं, एशियन जलान अस्पताल के डॉक्टर एएम राय ने कहा कि जब सोनू के बारे में जानकारी मिली तब उन्हें अस्पताल में नौकरी प्रदान करने का निर्णय लिया. बता दें कि कुछ दिन पहले राष्ट्रीय तीरंदाज सोनू खातून सड़कों पर बैठकर सब्जी बेचने पर मजबूर थी. वह अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाने में भी असमर्थ थी. 2 जून को सोनू खातून को धनुष के लिए सहायता स्वरूप 20 हजार रुपए का चेक भी प्रदान किया गया था. इसके बाद अब उन्हें अस्पताल में नौकरी की नियुक्ति भी सौंपी गई है.
बता दें कि धनबाद की राष्ट्रीय तीरंदाज सोनू खातून गरीबी के चलते सब्जी बेचने को मजबूर हो गई थी. दिहाड़ी मजदूर की बेटी सोनू सरकार से 20 हजार रुपये की मामूली मदद से संतुष्ट नहीं थी. सोनू ने 2011 में पुणे में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया था.