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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का रिपोर्ट कार्ड - सिंदरी विधायक फूलचंड मंडल का रिपोर्ट कार्ड

जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे सभी पार्टी के नेता जनता को अपने पिछले 5 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड सौंपने में जुट गए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं धनबाद जिले के सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक फूलचंद मंडल को जनता ने पास किया है या फेल.

विधायक फूलचंद मंडल
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Published : Nov 8, 2019, 7:22 PM IST

धनबादः जिले में कुल 6 विधानसभा सीट हैं, जिसमें सिंदरी विधानसभा सीट अहम मानी जाती है. पहले यह सीट वामदल का गढ़ हुआ करता था, लेकिन साल 2000 के चुनाव में बीजेपी ने लेफ्ट से यह सीट छीन ली. जिसके बाद लेफ्ट सिंदरी सीट की कमान कभी नहीं थाम सकी. हालांकि दूसरी पोजीशन पर मार्क्सवादी समन्वय समिति का यहां हमेशा दबदबा रहा. इस सीट पर बीजेपी से फूलचंद मंडल मौजूदा विधायक हैं.

वीडियो में देखिए पूरी रिपोर्ट


विधायक फूलचंद मंडल की उपलब्धियां
सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का कहना है कि साल 2002 से बंद पड़े सिंदरी कारखाना को खुलवाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है. 25 मई 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंदरी उर्वरक कारखाने का शिलान्यास किया था. इसके साथ ही विधायक फूलचंद मंडल ने कहा कि गोविंदपुर और बलियापुर प्रखंड के लगभग सभी गांव में करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछाने का काम हो रहा है, जो लगभग दो-तीन सालों में पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद पीने के पानी की समस्या इस विधानसभा क्षेत्र से हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी.

ये भी पढ़ें- धनबादः सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का दावा, कहा- पूरे देश में उनके जैसा कोई विधायक नहीं


कांग्रेस नेता का क्या है कहना
विधायक के निवास स्थान बरवाअड्डा इलाके के ही रहने वाले कांग्रेस नेता और जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह का कहना है कि विधायक सिंदरी कारखाने को खुलवाने का श्रेय अगर लेते हैं तो, इसे बंद भी बीजेपी सरकार ने ही किया था. साल 2002 में जब यह बंद हुआ तो, उस समय केंद्र में वाजपेयी सरकार थी. इन्होंने कोई बड़ा काम नहीं किया है. उन्हें कारखाने में काम करने वाले मजदूरों की संख्या बतानी चाहिए. इस कारखाने के वजह से बेराजगारी बढ़ गई थी. उन्होंने कहा कि बलियापुर और गोविंदपुर दोनों प्रखंडों को मिलाकर 26 ऐसे गांव सरकार ने चिन्हित किए हैं, जहां पीने के पानी की समस्या है. जिसके लिए विधायक ने अब तक कोई काम नहीं किया.


जनता का क्या है कहना
सिंदरी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने भी मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि विधायक क्षेत्र भ्रमण में कम विश्वास करते हैं. उनका क्षेत्र भ्रमण अगर होता भी है तो सिर्फ अपने समर्थक और अपने लोगों तक ही सीमित रहता है. लोगों ने कहा कि तीन बार विधायक रहने के बाद भी जो काम उनको करना चाहिए था उन्होंने वो नहीं किया है.


सिंदरी विधानसभा सीट अभी हॉट सीट बनी हुई है, क्योंकि यहां पर आजसू जो सरकार में शामिल भी है वह भी अपना दावा ठोक रही है. वहीं, सिंदरी में बीजेपी के कई नेता दावेदारी पेश कर रहे हैं. विपक्षी दल बीजेपी से इस सीट को छीनने का प्रयास कर रहे हैं. यहां पर 16 दिसंबर को चुनाव होना है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता जनार्दन किसे अपना आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजने का काम करती है.

धनबादः जिले में कुल 6 विधानसभा सीट हैं, जिसमें सिंदरी विधानसभा सीट अहम मानी जाती है. पहले यह सीट वामदल का गढ़ हुआ करता था, लेकिन साल 2000 के चुनाव में बीजेपी ने लेफ्ट से यह सीट छीन ली. जिसके बाद लेफ्ट सिंदरी सीट की कमान कभी नहीं थाम सकी. हालांकि दूसरी पोजीशन पर मार्क्सवादी समन्वय समिति का यहां हमेशा दबदबा रहा. इस सीट पर बीजेपी से फूलचंद मंडल मौजूदा विधायक हैं.

वीडियो में देखिए पूरी रिपोर्ट


विधायक फूलचंद मंडल की उपलब्धियां
सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का कहना है कि साल 2002 से बंद पड़े सिंदरी कारखाना को खुलवाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है. 25 मई 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंदरी उर्वरक कारखाने का शिलान्यास किया था. इसके साथ ही विधायक फूलचंद मंडल ने कहा कि गोविंदपुर और बलियापुर प्रखंड के लगभग सभी गांव में करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछाने का काम हो रहा है, जो लगभग दो-तीन सालों में पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद पीने के पानी की समस्या इस विधानसभा क्षेत्र से हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी.

ये भी पढ़ें- धनबादः सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का दावा, कहा- पूरे देश में उनके जैसा कोई विधायक नहीं


कांग्रेस नेता का क्या है कहना
विधायक के निवास स्थान बरवाअड्डा इलाके के ही रहने वाले कांग्रेस नेता और जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह का कहना है कि विधायक सिंदरी कारखाने को खुलवाने का श्रेय अगर लेते हैं तो, इसे बंद भी बीजेपी सरकार ने ही किया था. साल 2002 में जब यह बंद हुआ तो, उस समय केंद्र में वाजपेयी सरकार थी. इन्होंने कोई बड़ा काम नहीं किया है. उन्हें कारखाने में काम करने वाले मजदूरों की संख्या बतानी चाहिए. इस कारखाने के वजह से बेराजगारी बढ़ गई थी. उन्होंने कहा कि बलियापुर और गोविंदपुर दोनों प्रखंडों को मिलाकर 26 ऐसे गांव सरकार ने चिन्हित किए हैं, जहां पीने के पानी की समस्या है. जिसके लिए विधायक ने अब तक कोई काम नहीं किया.


जनता का क्या है कहना
सिंदरी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने भी मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि विधायक क्षेत्र भ्रमण में कम विश्वास करते हैं. उनका क्षेत्र भ्रमण अगर होता भी है तो सिर्फ अपने समर्थक और अपने लोगों तक ही सीमित रहता है. लोगों ने कहा कि तीन बार विधायक रहने के बाद भी जो काम उनको करना चाहिए था उन्होंने वो नहीं किया है.


सिंदरी विधानसभा सीट अभी हॉट सीट बनी हुई है, क्योंकि यहां पर आजसू जो सरकार में शामिल भी है वह भी अपना दावा ठोक रही है. वहीं, सिंदरी में बीजेपी के कई नेता दावेदारी पेश कर रहे हैं. विपक्षी दल बीजेपी से इस सीट को छीनने का प्रयास कर रहे हैं. यहां पर 16 दिसंबर को चुनाव होना है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता जनार्दन किसे अपना आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजने का काम करती है.

Intro:धनबाद:धनबाद जिले में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं जिसमें सिंदरी विधानसभा का सीट अहम माना जाता है. पूर्व में यह सीट वामदल का गढ़ माना जाता था लेकिन 2000 के चुनाव में भाजपा ने लाल झंडे से यह सीट छीन ली. उसके बाद फिर कभी यहां पर लाल झंडा नहीं लहरा पाया है. हालांकि दूसरे पोजीशन पर मासस यहां हमेशा ही रही है. वर्तमान में भी भाजपा के विधायक फूलचंद मंडल यहां से विधायक है.


Body:विधायक ने कहा सिंदरी कारखाना खोलना बड़ी उपलब्धि

सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि 2002 से बंद पड़े सिंदरी कारखाना को खुलवाना सबसे बड़ी उपलब्धि है. जिसका 25 मई 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनबाद के सिंदरी में शिलान्यास किया था. साथ ही साथ विधायक फूलचंद मंडल ने कहा कि गोविंदपुर और बलियापुर प्रखंड के लगभग सभी गांव में करोड़ों की योजना से पाइप लाइन बिछाने का काम हो रहा है जो लगभग दो-तीन सालों में पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद पीने के पानी की समस्या इस विधानसभा क्षेत्र से समाप्त हो जाएगी.

विधायक ने कहा अभी तो मैं जवान हूं,मर्दों कि नहीं पूछी जाती है उम्र

सिंदरी विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक लगभग 75 साल के हो चले हैं. इस कारण यह है संशय है कि इन्हें टिकट मिल पाएगा या नहीं. ईटीवी भारत के इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मर्दों की उम्र नहीं पूछी जाती फिटनेस होना चाहिए जो मुझ में कूट-कूट कर भरा है. उन्होंने कहा एक ही दिन में घर से निकल कर रांची का सारा काम कर रात तक घर लौट आता हूं. उन्होंने कहा मर्दों की उम्र नहीं पूछी जाती.

विपक्ष ने साधा निशाना

विधायक के निवास स्थान बरवाअड्डा इलाके के ही रहने वाले कांग्रेसी नेता व जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह का कहना है कि विधायक सिंदरी कारखाने को खुलवाने का श्रेय अगर लेते हैं तो इसे बंद भी भाजपा सरकार नहीं किया था. 2002 में जब यह बंद हुआ था उस समय केंद्र में वाजपेयी सरकार थी इन्होंने कोई बड़ा काम नहीं किया है.आज उन्हें यह बताना चाहिए कि उस समय कितने मजदूर वहां पर काम कर रहे थे और आज कितने मजदूरों को वहां पर रखा जाएगा. कांग्रेसी नेता अशोक सिंह का कहना है कि बलियापुर और गोविंदपुर दोनों प्रखंडों को मिलाकर 26 ऐसे गांव सरकार ने चिन्हित किए हैं जहां पर पीने के पानी की घोर समस्या है. आखिरकार विधायक कर क्या रहे इस बार जनता इन्हें सबक सिखाएगी.

विपक्षी नेता अशोक सिंह ने कहा इनके उत्तराधिकारी हम से हार गए हैं चुनाव

कांग्रेसी नेता अशोक सिंह का कहना है कि इस बार भाजपा का आशीर्वाद ही विधायक जी को नहीं मिलेगा क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा हो गई है.इसलिए वह अपने उत्तराधिकारी के तौर पर अपने बेटे धरणीधर मंडल का नाम आगे कर रहे हैं लेकिन धरणीधर मंडल जो खुद हमसे जिला परिषद का के सदस्य का चुनाव हार गए हैं वह विधायक का चुनाव क्या लड़ेंगे. जिला परिषद सदस्य के चुनाव में वह तीसरे नंबर पर आए थे.

आम लोगों ने भी कहा विधायक नहीं करते हैं क्षेत्र भ्रमण

सिंदरी विधानसभा क्षेत्र के आम लोगों ने भी मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि विधायक क्षेत्र भ्रमण में कम विश्वास करते हैं उनका क्षेत्र भ्रमण अगर होता भी है तो सिर्फ अपने समर्थक और अपने लोगों तक ही सीमित रहता है.लोगों ने कहा कि तीन बार विधायक रहने के बाद भी जो काम उनको करना चाहिए था उन्होंने नहीं किया है.कुछ लोगों ने कहा कि बहुत सारे काम हुए हैं लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है.





Conclusion:कुल मिलाकर अगर यह कहा जाए कि सिंदरी विधानसभा की सीट अभी हॉट सीट बनी हुई है क्योंकि यहां पर आजसू जो सरकार में शामिल भी है वह भी अपना दावा ठोक रही है. वहीं सिंदरी विधान भाजपा में भी कई दावेदार अपना दावा कर रहे हैं. और विपक्षी दल भाजपा से इस सीट को छीनने का प्रयास कर रहे हैं. यहां पर 16 दिसंबर को चुनाव होना है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता जनार्दन किसे अपना आशीर्वाद देकर विधानसभा भेजने का काम करती है.


बाइट-

1.अशोक सिंह-जिला परिषद सदस्य सह कांग्रेसी नेता
2. महिंद्र गोस्वामी-स्थानीय
3.प्रदीप गिरी गोस्वामी-स्थानीय
4.श्रीमती देवी-स्थानीय
5.रोशन मिश्रा-स्थानीय छात्र
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