धनबाद: कोरोना कहर के बाद देश के जाने-माने शिक्षण संस्थान आईआईटी- आईएसएम में एक बार फिर से रौनक दिखेगी. 23 फरवरी से फिजिकल रजिस्ट्रेशन के लिए छात्रों को बुलाया गया है. यह प्रक्रिया 23 फरवरी से 26 फरवरी तक चलेगी. जिसको लेकर दुकानदारों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. मेन गेट के पास दुकानदार सिर्फ इसी संस्थान के बदौलत ही अपनी दुकानदारी चलाते हैं. संस्थान में कार्यरत प्रोफेसर ने बताया कि कोरोना कहर का बहुत ज्यादा असर संस्थान के छात्रों पर प्लेसमेंट में नहीं पड़ा है.
संस्थान के छात्रों पर नहीं पड़ा प्लेसमेंट का असर
संस्थान के प्लेसमेंट ऑफिस के वाइस चेयरमैन या डिपार्टमेंट ऑफ मिनरल्स इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर पंकज कुमार जैन ने कहा कि प्लेसमेंट के बहुत ज्यादा समस्या कोरोना कहर के कारण संस्थान के छात्रों पर नहीं पड़ी है. उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में इसका कुछ भी असर नहीं पड़ा. जबकि कोर सेक्टर में इसका असर कुछ जरूर हुआ है. इसके बावजूद 55% से ज्यादा प्लेसमेंट छात्रों का हुआ है. उन्होंने बताया कि मई के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर शिक्षण संस्थान के खुलने की संभावना है. अभी जितने भी छात्र 23 फरवरी से लेकर 26 फरवरी तक आ रहे हैं, उनका फिजिकल रजिस्ट्रेशन होगा. जिसके बाद उन्हें वापस भेज दिया जाएगा.
दुकानदारों में खुशी की लहर
अब एक बार फिर धनबाद स्थित देश के जाने-माने शिक्षण संस्थान आईआईटी-आईएसएम में एक बार फिर से चहल-पहल देखी जा रही है. दुकानदारों का कहना है कि जैसे ही ये पता चला कि 23 फरवरी से फिजिकल रजिस्ट्रेशन के लिए छात्र आ रहे हैं तो उन्होंने इसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दी है. उनका कहना है कि यह मिनी मार्केट सिर्फ इसी संस्थान के दम पर जिंदा है और सालभर से दुकानदारों के सामने बहुत ज्यादा समस्या आ गई है क्योंकि यहां पर सिर्फ इसी संस्थान के छात्रों के दम पर ही सारी दुकानदारी चलती है. दुकानदारों ने बताया कि भगवान से यही प्रार्थना है कि जल्द से जल्द सबकुछ पटरी पर लौट जाए.
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कोरोना कहर ने देश के साथ-साथ पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है. ऐसे में संस्थान के अगल-बगल रहने वाले छोटे-मोटे दुकानदारों की कहानी ही अलग है, अब देखना यह होगा कि यह संस्थान कब तक खुलता है और सब प्रक्रिया कब तक सही हो जाती है.