धनबाद: जिले में लापरवाही की इंतहा और पुलिस का कोताही भरा रवैया सामने आया है. बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के जीटी रोड किसान चौक पर तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से एक शख्स जख्मी हो गये. इस बीच वो बचाओ-बचाओ चिल्लाते रहे पर किसी से उनकी नहीं सुनी. इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना एंबुलेंस के आननफानन में एक ऑटो से जख्मी शख्स को अस्पताल भेज दिया. आखिरकार अस्पताल पहुंचते-पहुंचते व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. इस हादसे में मारे गये शख्स की पहचान सरायढेला थाना क्षेत्र के कोलाकुसमा निवासी रविंद्र कुमार (42 वर्ष) के रूप में हुई. रविंद्र कुमार मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता था.
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पड़ोसी ने दी जानकारी: रवींद्र कुमार के पड़ोसी के अनुसार फोन पर पुलिस के द्वारा इस हादसे की जानकारी दी गई. पड़ोसियों ने बताया कि रविंद्र कुमार मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता था. शनिवार की सुबह वह बाइक लेकर निकला था. धनबाद में भवानी मेडिकल से होते हुए वह बरवाअड्डा की ओर जा रहा था. इसी बीच किसान चौक के नजदीक जीटी रोड पर एक तेज रफ्तार वाहन ने उनकी बाइक को अपनी चपेट में ले लिया. फिर पुलिस द्वारा आननफानन में जख्मी रविंद्र को एसएनएमएमसीएच लाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
ऑटो में अस्पताल भेजने की वजह से गयी रविंद्र की जान: पड़ोसियों का ये भी कहना है कि हादसे के बाद रविंद्र कुमार को ऑटो में पीछे की सीट पर सुलाकर अस्पताल भेजा गया. जिसके बाद ऑटो ड्राइवर ने पड़ोसियों को बताया कि रविंद्र सड़क पर बचाओ-बचाओ चिल्ला रहा था लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी और पुलिस के द्वारा भी एंबुलेस का इंतजार नहीं किया गया. पड़ोसी का कहना है कि अगर ऑटो के बजाय उसे एंबुलेंस में मेडिकल सपोर्ट के जरिए अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उनकी जान बच सकती थी लेकिन पुलिस वालों ने ऑटो में पीछे डालकर कर रविंद्र को अस्पताल भिजवा दिया. जिसके वजह से रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
बता दें कि मृतक रविंद्र का भाई उत्पाद विभाग में हजारीबाग में पोस्टेड है. उसकी पत्नी मायके गई हुई थीं जिसकी सूचने उन्हें दे दी गई है. रविंद्र कुमार का शव एसएनएमएमसीएच की मोर्चरी में रखा हुआ है. जहां पुलिस मृतक के परिजनों के पहुंचने का इंतजार कर रही है.