धनबाद: नीरज हत्याकांड मामले में जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची में भर्ती कराने की अदालत ने स्वीकृति दे दी है. लेकिन संजीव सिंह का रांची रिम्स में इलाज कराए जाने पर उनकी पत्नी सह बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने एतराज जताया है.
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उन्होंने आशंका जाहिर की है कि रांची रिम्स में उनकी जान को खतरा हो सकता है. उन्होंने तर्क दिया है कि संजीव सिंह झरिया के पूर्व विधायक हैं. इसके साथ ही उनका पूरा परिवार बीजेपी से जुड़ा हुआ है. नीरज हत्याकांड के सूचक सत्तारूढ़ दल के लोग हैं. उनके साथ रिम्स में कोई भी अनहोनी हो सकती है.
रागिनी सिंह ने कारा अधीक्षक को लिखा पत्र: रागिनी सिंह ने धनबाद कारा अधीक्षक को एक पत्र के माध्यम से उनकी जान को खतरा बताया है. पत्र के माध्यम से रागनी सिंह ने कहा है कि नीरज सिंह हत्याकांड के सूचक वर्तमान में झारखंड सरकार से जुड़े लोग हैं. उनकी जान को गंभीर खतरा रांची रिम्स में हो सकता है.
रागिनी सिंह ने आशंका जताई है कि रांची रिम्स में डॉक्टर और कर्मचारी झारखंड सरकार के अधीनस्थ है. सरकार के दबाव में और उनके इशारे पर संजीव सिंह की समुचित इलाज नहीं की जा सकती है. यही नहीं रागिनी ने यह भी आशंका जाहिर की है कि रांची रिम्स में भर्ती के दौरान गलत या हानिकारक दवाओं के माध्यम से उनको नुकसान पहुंचाया जा सकता है.
दूसरे अस्पताल ले जाने की मांग: इसे लेकर रागिनी सिंह ने रांची रिम्स छोड़कर दूसरे उच्च स्पेशलिटी अस्पताल में संजीव सिंह की इलाज कराने की मांग मंडल कारा से अधीक्षक से की है. रागिनी ने इलाज के लिए तीन निजी अस्पतालों के नाम भी दिए हैं. उनके द्वारा अशर्फी अस्पताल, एशियन द्वारिका दास जलन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में इलाज कराने की मांग की है.
बता दें कि मंगलवार को संजीव सिंह को जेल में कुर्सी से गिरने के बाद चोट लग गई थी. जिसके बाद उन्हें एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में वह इलाजरत हैं. परिजनों का कहना है कि उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है. इसलिए उन्हें बेहतर इलाज के लिए उच्च स्पेशलिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया जाए.