धनबाद: कोयलांचल धनबाद सहित पूरे राज्य में भाजपा सरकार के समय में सरकारी शराब की दुकानें खोली गई थी लेकिन दुकान में काम कर रहे कर्मचारियों को आज तक उनका मेहनताना नहीं दिया गया है. बार-बार बहाना बनाकर उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों में काफी नाराजगी है. इसे लेकर कर्मचारियों ने सहायक उत्पाद आयुक्त को एक ज्ञापन दिया है.
गौरतलब है कि पिछले डेढ़ साल पुरानी बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर आउट सोर्सिंग कर्मी एक बार फिर से आंदोलन के मूड में हैं. गोल्फ ग्राउंड में बैठक कर कर्मियों ने आंदोलन की रणनीति पर व्यापक रूप से चर्चा की. कर्मियों ने मांग की है कि उत्पाद विभाग उनके बकाए वेतन का भुगतान करे.
बता दें कि पूर्व में राज्य सरकार आउट सोर्सिंग कंपनी के माध्यम से शराब बिक्री का संचालन कर रही थी. इसका जिम्मा फ्रंटलाइन प्राइवेट लिमिटेड को मिला हुआ था. इसी प्राइवेट कंपनी ने आउट सोर्स पर सेल्समैन बहाल किया. 2019 जनवरी, फरवरी और मार्च महीने का वेतन का भुगतान कंपनी ने नहीं किया. इसके अलावे सितंबर 2018 से मार्च 2019 तक का उनका भविष्य निधि की राशि भी जमा नहीं की गई.
कर्मियों ने बताया की विभाग बकाए वेतन भुगतान के मामले में हाथ खड़े करते हुए कंपनी से राशि मांगने को कहा जा रहा है. जबकि कंपनी यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि सरकार से कंपनी को पेमेंट नहीं हुआ ऑडिट का हवाला दिया जा रहा. इस सूरत में कर्मी भूखे मर रहे हैं.
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उग्र होकर कर्मियों ने एकजुटता दिखाई और धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में सभी कर्मियों का जुटान हुआ. कर्मचारियों ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर सहायक उत्पाद आयुक्त को एक ज्ञापन दिया जाएगा. जिसकी प्रतिलिपि उत्पाद मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री को भी दी जाएगी. कर्मियों ने कहा कि अब लड़ाई आर पार की लड़ाई जाएगी.