धनबाद: बीसीसीएल के फायर पैच आउटसोर्सिंग स्थित जल स्रोत को ओबी भराई करने पहुंचे BCCL अधिकारियों का ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. बीसीसीएल अधिकारियों से ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई. आखिरकार महिलाओं को उग्र होता दे अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
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दरअसल बीसीसीएल के फायर पैंच आउटसोर्सिंग स्थित जल स्रोत की भराई करने बीसीसीएल के अधिकारी पहुंचे थे, जिसका मोहलीडीह के ग्रामीण विरोध करने लगे. विरोध करने में ज्यादातर महिलाएं ही थीं. महिलाओं ने बीसीसीएल अधिकारियों को बताया कि यहां पानी की घोर समस्या है. इसी पोखर से दैनिक काम करते हैं. इससे वे नहाने से लेकर पीने तक का पानी लेते हैं. आउटसोर्सिंग के चलते ही आसपास के सभी चापाकल सूख गए हैं. इसी पोखरिया पर ही लोग शादी, ब्याह सहित अन्य काम के लिए आश्रित हैं. मोहलबनी बस्ती, बड़कीटांड, महतो बस्ती, मल्लिक बस्ती, मांझी बस्ती को इससे लाभ है. इसको भरने से 5 गांवों के लोगों को पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी.
पोखरिया की भराई करने पहुंचे BCCL अधिकारियों को झेलना पड़ा गुस्सा, बैरंग लौटे
बीसीसीएल के फायर पैच आउटसोर्सिंग स्थित जल स्रोत को ओबी भराई करने पहुंचे BCCL अधिकारियों का ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. बीसीसीएल अधिकारियों से ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई. आखिरकार महिलाओं को उग्र होता दे अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
धनबाद: बीसीसीएल के फायर पैच आउटसोर्सिंग स्थित जल स्रोत को ओबी भराई करने पहुंचे BCCL अधिकारियों का ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. बीसीसीएल अधिकारियों से ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई. आखिरकार महिलाओं को उग्र होता दे अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
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दरअसल बीसीसीएल के फायर पैंच आउटसोर्सिंग स्थित जल स्रोत की भराई करने बीसीसीएल के अधिकारी पहुंचे थे, जिसका मोहलीडीह के ग्रामीण विरोध करने लगे. विरोध करने में ज्यादातर महिलाएं ही थीं. महिलाओं ने बीसीसीएल अधिकारियों को बताया कि यहां पानी की घोर समस्या है. इसी पोखर से दैनिक काम करते हैं. इससे वे नहाने से लेकर पीने तक का पानी लेते हैं. आउटसोर्सिंग के चलते ही आसपास के सभी चापाकल सूख गए हैं. इसी पोखरिया पर ही लोग शादी, ब्याह सहित अन्य काम के लिए आश्रित हैं. मोहलबनी बस्ती, बड़कीटांड, महतो बस्ती, मल्लिक बस्ती, मांझी बस्ती को इससे लाभ है. इसको भरने से 5 गांवों के लोगों को पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी.