धनबादः जेल में बंद विचाराधीन कैदी सुमित कुमार की इलाज के दौरान एसएनएमएमसीएच में मौत हो गई. कैदी की मृत्यु के बाद भीम आर्मी के बैनर तले परिजन एसएसपी कार्यालय पहुंचे और कतरास थाना के दारोगा चंदन कुमार पर कार्रवाई की मांग की है.
यह भी पढ़ेंःचोरी के आरोप में जेल में बंद कैदी की मौत के बाद बवाल, पुलिस ने कहा- पिटाई नहीं जॉन्डिस से हुई मौत
धनबाद जेल में कैदी की मौत
परिजनों ने बताया कि सुमित को पुलिस ने बिना किसी आरोप के गिरफ्तार किया और थाने में तीन दिनों तक उसे रखकर टॉर्चर किया गया. सुमित की स्थिति खराब होने लगी तो आनन-फानन में जेल भेज दिया गया. परिजनों ने कहा कि जेल भेजने के तुरंत बाद ही उसे इलाज के लिए एनएनएमएमसीएच भेज दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
परिजनों को नहीं दी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
भीम आर्मी ने नेता नान्हो राम ने कहा कि कतरास थाना पुलिस ने इस मामले में परिजनों को अंधेरे में रखा. इतना ही नहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी परिजनों को नहीं दिया गया है. इससे पुलिस की मंशा साफ झलकती है. उन्होंने कहा कि एसएसपी को ज्ञापन सौंप कर दारोगा पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि दारोगा पर हत्या के आरोप में कार्रवाई नहीं की गई तो भीम आर्मी झारखंड में उग्र आंदोलन करेगी.
किया गया था विरोध प्रदर्शन
बता दें कि 4 दिसंबर को कतरास के रहने वाले सुमित तिवारी की जेल में मौत की सूचना परिजनों को मिली थी. इसके बाद परिजन और स्थानीय लोगों ने कतरास थाना चौक को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था. इस विरोध प्रदर्शन को शांत कराने को लेकर पुलिस को लाठीचार्ज भी करनी पड़ी थी.