रांची: धनबाद में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने धनबाद जिला 20 सूत्री मंत्री और धनबाद लोकसभा समन्वय समिति के प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया. कार्यकर्ताओं के इस व्यवहार से आहत स्वास्थ्य मंत्री ने इसके पीछे बीजेपी का हाथ बताया है और हंगामा करने वाले लोगों को बीजेपी कार्यकर्ता बताया है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के इस बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर हमला बोलते हुए कहा है कि अंदरूनी कलह से जूझ रही कांग्रेस अपनी खामियों को छिपाकर बीजेपी पर आरोप मढ़ रही है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है कि मुझे उनपर तरस आ रहा है कि उनके माथे पर भाजपा का इस कदर भूत सवार हो गया है कि वो अपने कार्यकर्ता को भी पहचान नहीं पा रहे हैं. दरअसल स्वास्थ्य मंत्री बीमार पड़ गये हैं, पहले उनका इलाज कराना चाहिए. कांग्रेस के लोगों को धनबाद जाकर पता लगाना चाहिए कि विरोध किसने किया था. वहां कांग्रेस कार्यकर्ता थे जो विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री इसे सहन नहीं कर सके और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. कांग्रेस में किस तरह की अंदरूनी कलह है, यह जगजाहिर है, इसलिए मैं कहता हूं कि यह डपोरशंखी बयान है.
स्वास्थ्य मंत्री के बचाव में उतरी कांग्रेस: धनबाद की घटना पार्टी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे तक पहुंच गयी है. प्रदेश कांग्रेस के संज्ञान में आने के बाद पार्टी इसे गंभीरता से ले रही है. संभावना है कि पार्टी की ओर से आंतरिक जांच करायी जायेगी. इधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की नाराजगी और उस पर चल रही राजनीति को लेकर कांग्रेस उनके बचाव में उतर आई है. पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा है कि धनबाद की घटना प्रदेश प्रभारी के संज्ञान में है और संयोग से वह अभी रांची दौरे पर हैं, इसलिए पार्टी की ओर से उचित कदम उठाया जायेगा. बीजेपी पर पलटवार करते हुए राकेश सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को अपने अंदर झांकना चाहिए. उनके भीतर किस तरह से मतभेद हैं?