धनबादः धनबाद में इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाए गए मरीज को देखने दो घंटे तक चिकित्सक नहीं पहुंचे. बाद में तबीयत बिगड़ने से बगैर इलाज मरीज की मौत हो गई. इससे पहले नर्स डॉक्टर के आने को लेकर सांत्वना देती रही. हालांकि बाद में स्वास्थ्य केंद्र में तैनात नर्स ने कहा कि मरीज की मौत पहले ही हो गई थी, बाद में उसे अस्पताल लाया गया. इस पर फिर सवाल उठ रहे हैं कि जब मरीज की पहले ही मौत हो गई थी, फिर परिजनों को किस काम के लिए डॉक्टर के आने का सांत्वना दे रही थी.
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बता दें कि गेंदवानाडीह के रहनेवाले युगल किशोर महतो की तबीयत बिगड़ने के बाद उसके परिजन आनन फानन में उसे 108 एम्बुलेंस के माध्यम से साहूबहियार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. यहां स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर मौजूद नहीं थे. पूछने पर स्वास्थ्य केंद्र में तैनात नर्स सुनैना कुमारी द्वारा कहा गया कि डॉक्टर साहब कुछ ही देर में आ जाएंगे. लेकिन दो घंटे बीत जाने के बाद भी डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंचे. इस बीच बगैर इलाज के इंतजार में मरीज ने दम तोड़ दिया.
मृतक की पत्नी समिया देवी ने बताया कि उसके पति टीबी की बीमारी से ग्रसित थे. बुधवार को अचानक उसके पति की तबीयत बिगड़ गईं, जिसके बाद उसे साहूबहियार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. लेकिन यहां डॉक्टर नहीं थे, जिसके कारण समय से पति का इलाज नहीं हो सका. नर्स द्वारा बार-बार सांत्वना दी जा रही थी कि जल्द ही डॉक्टर साहब आ जाएंगे. लेकिन 2 घंटे बीत जाने के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे. इस बीच इलाज न मिलने से उसके पति की मौत हो गई.
इधर स्वास्थ्य केंद्र में तैनात नर्स सुनैना कुमारी का कहना है कि मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी. बाद में उसे स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. वहीं इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉक्टर श्याम किशोर ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद सिविल सर्जन ने किसी निष्कर्ष पर आने की बात कही है.