धनबाद: जिले के नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन (गोमो स्टेशन) पर 24 घंटे के अंदर दो बार ट्रेन डिरेल हो गई. गुरुवार की रात अप यार्ड के सात नंबर लाइन पर शंटिंग के दौरान एक खाली यात्री ट्रेन की चौथी बोगी बेपटरी हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी लेते हुए ट्रेन से बेपटरी हुई बोगी को अलग किया. बेपटरी हुई बोगी को फिर पटरी पर लाया गया. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
यह भी पढ़ें: धनबाद में गोमो-चोपन सवारी गाड़ी बेपटरी, देरी से खुली ट्रेन
बुधवार को भी डिरेल हुई थी यात्री ट्रेन
पहली घटना बुधवार देर रात की है जहां शंटिंग के दौरान गोमो-चौपन सवारी गाड़ी भी बेपटरी हो गई थी. जिसके बाद काफी मशक्कत से सवारी गाड़ी को पटरी पर लाया गया था. इसके कारण गोमो-चौपन सवारी गाड़ी लगभग तीन घंटे बाद गोमो से खुली थी. इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
मामले की जांच कर रहे अधिकारी
24 घंटे के अंदर दो यात्री ट्रेनों के डिरेल होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा है. अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. टेक्निकल टीम को जांच करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि जिस वक्त ट्रेनें डिरेल हुई थीं, उस वक्त ट्रेन में कोई यात्री मौजूद नहीं था. शंटिंग के दौरान ट्रेन डिरेल हुई. हालांकि, दोनों बार कोई हताहत नहीं हुआ.
आए दिन हो रही दुर्घटना
झारखंड में ट्रेन एक्सीडेंट की घटनाएं आम होती जा रहीं हैं. गोमो-चोपन गाड़ी के शंटिंग के दौरान बेपटरी होने की घटना भी पहली नहीं है. इससे पहले भी यहां कई रेल हादसे हो चुके हैं.
प्रमुख रेल हादसे
- जुलाई 2021 में ही टाटानगर रेलवे स्टेशन (Tatanagar Railway Station) के नजदीक ईस्ट यार्ड मेन लाइन लोको के पास मालगाड़ी की तीन बोगियां बेपटरी हो गईं थीं. मालगाड़ी अपलाइन से टाटानगर आ रही थी तभी यह हादसा ईस्ट यार्ड मेन लाइन के पास हुआ. मेन लाइन होने के कारण अप डाउन लाइन पूरी तरह से प्रभावित हो गई थी. ट्रेन के घंटों रुक जाने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
- अगस्त 2021 में ही हावड़ा जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस का इंजन धनबाद में बेपटरी हो गया था. हावड़ा जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस धनबाद स्टेशन से खुली ही थी कि अचानक इंजन पटरी से उतर गया.
- अगस्त 2020 में धनबाद में प्रधानखंता स्टेशन के पास मालगाड़ी पटरी से नीचे उतर गई थी. इससे हावड़ा-धनबाद रेल मार्ग का परिचालन बाधित हो गया. हालांकि, लॉकडाउन के कारण इसका खास असर देखने को नहीं मिला है.