धनबाद: कोयलांचल के साथ-साथ देश भर में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसे लेकर कोयलांचल में भी 18 जनवरी से पेट्रोल पंप पर 'नो हेलमेट नो फ्यूल' का बोर्ड लगा हुआ है और बगैर हेलमेट के आने वाले बाइक चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जा रहा है, लेकिन इस प्रकार की व्यवस्था सिर्फ सड़क सुरक्षा माह में ही दिखती है. यह आदेश आखिर सालों भर क्यों नहीं चलता है.
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हेलमेट के बिना पेट्रोल नहीं देने की हिदायत
अब सवाल यह उठता है कि जब इस प्रकार के विशेष दिशा-निर्देश पेट्रोल पंप संचालकों को दिये गये हैं. इसका असर भी दिख रहा है, लगभग सभी बाइक सवार हेलमेट लगाकर सड़कों पर चल भी रहे हैं तो फिर यह विशेष निर्देश सालों भर क्यों नहीं लागू किया जाता, ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लग सके और लोगों की जान बच सके. इस सवाल के जवाब में जिला परिवहन पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने बताया कि यह एक जागरुकता अभियान है और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत सड़कों पर बगैर हेलमेट आने वाले लोगों को गुलाब का फूल दिया जा रहा है. जगह-जगह नुक्कड़ नाटक किए जा रहे हैं और पेट्रोल पंप संचालकों को हेलमेट नहीं होने पर पेट्रोल नहीं देने की हिदायत भी दी गई है.
नियम कानून का पालन जरुरी
इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की ओर से कड़ाई से सालों भर मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने वालों पर जांच के दौरान जुर्माना भी लगाया जाता है. इसका परिणाम है कि आज लगभग 90% लोग हेलमेट पहनकर धनबाद के विभिन्न सड़कों पर चल रहे हैं. जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि इस 90% को 100% में बदलने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है. वहीं, पेट्रोल पंप पर पहुंचने वाले बाइक सवारों का भी मानना है कि जिला प्रशासन का इस प्रकार का आदेश बहुत ही अच्छा है. लोगों को खुद ही नियम कानून का पालन करना चाहिए. अगर जिला प्रशासन इस प्रकार का आदेश साल भर के लिए दे तो और भी अच्छा रहेगा, ताकि जो लोग हेलमेट पहनकर नहीं निकलते हैं वह भी हेलमेट पहनकर निकलने को मजबूर हो सके.