धनबादः कोरोना संक्रमित मां से जन्म लेने वाली सात दिन की बच्ची की देखभाल स्वास्थ्य विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. डॉक्टरों से लेकर अधिकारियों की निगाहें इस बच्ची पर अटकी हुई है. जिले के एसएसएलएनटी कोविड सेंटर में इस बच्ची का विशेष ख्याल रखा रहा है. दरअसल, कोरोना संक्रमित मां और बच्ची दोनों को अलग-अलग रखा गया है. नर्स सिर्फ बच्ची को मां के पास केवल स्तनपान के लिए ले जाती है और बाद में उसे अलग कर दिया जाता है. इस दौरान पूरी तरह से एहतियात बरती जाती है.
लिया जाएगा बच्ची का सैंपल
डॉक्टरों का कहना है कि मां का दोबारा सैंपल लिए जाने के बाद बच्ची का भी सैंपल लिया जाएगा. इम्युनिटी विकसित करने के लिए बच्ची को सिर्फ मां का दूध दिया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमित मां से जन्म लेने वाले बच्चे में संक्रमण का खतरा होना अभी तक प्रमाणित नहीं किया जा सका है.
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एसएसएलएनटी अस्पताल को बनाया गया कोविड सेंटर
गौरतलब है कि टुंडी की रहने वाली गर्भवती महिला को प्रसव के लिए 4 अगस्त को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. यहां पहले महिला का सैंपल लिया गया, लेकिन जांच रिपोर्ट आने के पूर्व ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. जिसके बाद महिला की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई. 5 अगस्त को महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. जिसके बाद नवजात बच्ची की मां और उसके पति को एसएसएलएनटी में भर्ती कराया गया. कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए पुराना बाजार एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया है. यहां गर्भवती महिलाओं का इलाज किया जा रहा है. पांच संक्रमित गर्भवती महिलाओं का इलाज यहां चल रहा है.