धनबाद: कोयलांचल धनबाद के वार्ड नंबर 14 में लगभग 12 वर्षों से कार्यरत 8 सफाई कर्मियों को नगर निगम की तरफ से हटाने का फरमान दिया गया है. इसके बाद सफाई कर्मियों में आक्रोश है. उन्होंने कहा की एक तरफ सरकार बाहर से लौटे प्रवासियों को काम देने की बात कह रही है. दूसरी तरफ 12 वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मियों को अगर इस कोरोना काल में हटा दिया जाए तो, वह इस समय कहां जाएंगे.
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष राशिद रजा ने कहा कि वार्ड नंबर 14 इतना बड़ा है कि वर्तमान में कार्यरत 23 सफाई कर्मी भी वहां पर कम पड़ रहे हैं, ऐसे में 8 सफाई कर्मियों को हटाने का फरमान नगर निगम की तरफ से दिया गया है, जो सरासर गलत है. वर्तमान में कार्यरत 23 सफाई कर्मचारियों के रहने पर भी ठीक ढंग से सफाई नहीं हो रही है. ऐसे में अगर 8 कर्मचारी और कम कर दिए जाएंगे तो स्थिति और भी बदतर हो जाएगी.
लॉकडाउन में भूखमरी की स्थिति
राशिद रजा ने कहा की एक तरफ प्रवासी मजदूरों को काम देने की बात सरकार कह रही है. वहीं दूसरी तरफ कार्यरत मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान अगर सरकार हटाएगी तो अभी ये लोग कहां जाएंगे. इनके सामने भुखमरी की स्थिति आ जाएगी.
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10-12 वर्षों से कर रहे हैं काम
सफाई कार्य में लगी महिलाओं का कहना है कि 10-12 वर्षों से वह अपनी सेवा नगर निगम में दे रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान अगर अभी हटा दिया जाए तो वह कहां जाएंगे. उन्होंने कहा कि बहुत लोगों के पति भी नहीं है और जिनके पति हैं वे काम करने की स्थिति में नहीं हैं. ऐसे में पूरे घर की जिम्मेदारी हम पर ही है. महिलाओं ने मीडिया के माध्यम से सरकार से इस निर्णय पर दोबारा विचार करने की बात कही है.