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कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह के निधन से कोयलांचल में शोक, लोगों ने कहा- चला गया मजदूरों का रहनुमा - कांग्रेसी नेता राजेंद्र सिंह का निधन

कांग्रेस के कद्दावर नेता व बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उनकी कमी हमेशा खलेगी. उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है.

कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेंद्र सिंह का निधन
Mourning in Coalanchal due to death of Congress leader Rajendra Singh
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Published : May 25, 2020, 1:47 PM IST

धनबाद: कांग्रेस के कद्दावर नेता और बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर है. विधायक और मंत्री से ज्यादा मजदूर नेता के तौर पर उनकी विशेष रूप से पहचान थी. वह बेरमो विधानसभा से 6 बार विधायक रह चुके हैं. साथ ही एकीकृत बिहार और झारखंड में भी मंत्री पद पर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनकी कमी हमेशा खलेगी. उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है.

कांग्रेस नेताओं का बयान

अनुभवी नेताओं में थे शुमार

धनबाद के कांग्रेस नगर अध्यक्ष और इंटक के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य वैभव प्रसाद सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र सिंह की कमी हमेशा ही यहां के मजदूर वर्ग को खलेगी. वो मजदूरों के हक के लिए किसी हद तक जाने को तैयार हो जाते थे. कई बार वह मजदूरों की लड़ाई को अपने ऊपर ले लेते थे, ताकि मजदूरों के हक को नहीं मारा जा सके. उन्होंने कहा कि वह काफी अनुभवी नेताओं में से एक थे. कांग्रेस में भी किसी प्रकार की अंदरूनी कलह होने पर वह वहां पर भी मध्यस्थता करते थे. उनकी कमी हमेशा ही खलेगी.

एम्स में चल रहा था इलाज

वैभव सिन्हा ने बताया कि लंबे समय से वह बीमार चल रहे थे. कुछ दिन पहले ही उन्हें एयरलिफ्ट से दिल्ली इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांसें ली. उन्होंने कहा की उनके पार्थिव शरीर को बेरमो स्थित उनके आवास में लाया जाएगा, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी. वहीं, झरिया के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि राजेंद्र सिंह काफी अनुभवी नेता थे. विधानसभा में भी उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. उनसे अभी बहुत कुछ सीखना भी था, लेकिन शायद यह ऊपरवाले को मंजूर न था और वह बीच रास्ते में ही हम सभी को छोड़ कर चले गए. इसका दुख है.

ये भी पढ़ें-झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने किया झालसा के कार्यक्रम का उद्घाटन, दिए कई संदेश

संकट मोचन की भूमिका निभाने में थे माहिर

विधायक ने कहा कि इस दुखद घड़ी में भगवान उनके परिवार के लोगों को सहन शक्ति दे. उन्होंने कहा कि मजदूर राजनीति और कांग्रेस के लिए यह कठिन समय है. वह काफी अनुभवी नेता थे. कांग्रेस को इस समय उनकी काफी दरकार थी. जब-जब कांग्रेस में विषम परिस्थितियां आती थी, उस समय वह संकट मोचन की भूमिका निभाते थे. उनकी कमी को कोई भी पूरा नहीं कर सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कांड्रा पावर ग्रिड का शिलान्यास उन्होंने ऊर्जा मंत्री के पद पर रहते हुए किया था, जिसके चलते आज झारखंड सरकार की निर्भरता डीवीसी से कम हुई है और कोयलांचल धनबाद को बिजली मिल रही है.

पीएमसीएच में सीटों की संख्या बढ़ाने पर देते थे जोर

स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने धनबाद पीएमसीएच के लिए काफी कार्य किया है और हमेशा से ही वह पीएमसीएच में सीटों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते रहते थे. कोयलांचल के लिए भी उनका काफी योगदान रहा है और गहरा नाता भी. कुल मिलाकर अगर कहा जाए तो राजेंद्र प्रसाद सिंह कोयलांचल के एक लोकप्रिय नेता और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे. उनके आकस्मिक निधन से पूरा कोयलांचल में शोक की लहर है.

धनबाद: कांग्रेस के कद्दावर नेता और बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर है. विधायक और मंत्री से ज्यादा मजदूर नेता के तौर पर उनकी विशेष रूप से पहचान थी. वह बेरमो विधानसभा से 6 बार विधायक रह चुके हैं. साथ ही एकीकृत बिहार और झारखंड में भी मंत्री पद पर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनकी कमी हमेशा खलेगी. उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है.

कांग्रेस नेताओं का बयान

अनुभवी नेताओं में थे शुमार

धनबाद के कांग्रेस नगर अध्यक्ष और इंटक के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य वैभव प्रसाद सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र सिंह की कमी हमेशा ही यहां के मजदूर वर्ग को खलेगी. वो मजदूरों के हक के लिए किसी हद तक जाने को तैयार हो जाते थे. कई बार वह मजदूरों की लड़ाई को अपने ऊपर ले लेते थे, ताकि मजदूरों के हक को नहीं मारा जा सके. उन्होंने कहा कि वह काफी अनुभवी नेताओं में से एक थे. कांग्रेस में भी किसी प्रकार की अंदरूनी कलह होने पर वह वहां पर भी मध्यस्थता करते थे. उनकी कमी हमेशा ही खलेगी.

एम्स में चल रहा था इलाज

वैभव सिन्हा ने बताया कि लंबे समय से वह बीमार चल रहे थे. कुछ दिन पहले ही उन्हें एयरलिफ्ट से दिल्ली इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांसें ली. उन्होंने कहा की उनके पार्थिव शरीर को बेरमो स्थित उनके आवास में लाया जाएगा, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी. वहीं, झरिया के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि राजेंद्र सिंह काफी अनुभवी नेता थे. विधानसभा में भी उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. उनसे अभी बहुत कुछ सीखना भी था, लेकिन शायद यह ऊपरवाले को मंजूर न था और वह बीच रास्ते में ही हम सभी को छोड़ कर चले गए. इसका दुख है.

ये भी पढ़ें-झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने किया झालसा के कार्यक्रम का उद्घाटन, दिए कई संदेश

संकट मोचन की भूमिका निभाने में थे माहिर

विधायक ने कहा कि इस दुखद घड़ी में भगवान उनके परिवार के लोगों को सहन शक्ति दे. उन्होंने कहा कि मजदूर राजनीति और कांग्रेस के लिए यह कठिन समय है. वह काफी अनुभवी नेता थे. कांग्रेस को इस समय उनकी काफी दरकार थी. जब-जब कांग्रेस में विषम परिस्थितियां आती थी, उस समय वह संकट मोचन की भूमिका निभाते थे. उनकी कमी को कोई भी पूरा नहीं कर सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कांड्रा पावर ग्रिड का शिलान्यास उन्होंने ऊर्जा मंत्री के पद पर रहते हुए किया था, जिसके चलते आज झारखंड सरकार की निर्भरता डीवीसी से कम हुई है और कोयलांचल धनबाद को बिजली मिल रही है.

पीएमसीएच में सीटों की संख्या बढ़ाने पर देते थे जोर

स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने धनबाद पीएमसीएच के लिए काफी कार्य किया है और हमेशा से ही वह पीएमसीएच में सीटों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते रहते थे. कोयलांचल के लिए भी उनका काफी योगदान रहा है और गहरा नाता भी. कुल मिलाकर अगर कहा जाए तो राजेंद्र प्रसाद सिंह कोयलांचल के एक लोकप्रिय नेता और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे. उनके आकस्मिक निधन से पूरा कोयलांचल में शोक की लहर है.

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