धनबाद: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच में संविदा कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रही. हड़ताल का समर्थन बीजेपी विधायक राज सिन्हा ने किया है. अस्पताल के मुख्य द्वार पर धरना दे रहे संविदा कर्मियों के साथ विधायक राज सिन्हा भी उनके साथ बैठ गए. विधायक ने संविदा कर्मियों की मांग को सही ठहराते हुए उनकी इस हड़ताल का समर्थन किया है. इसके साथ ही सरकार से संविदा कर्मियों को हटाने का फैसला वापस लेने की मांग की है.
अस्पताल में मैन पावर बढ़ाने के बजाए कर्मियों की हो रही छंटनीः वहीं संविदा कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन भी अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिखी. विधायक राज सिन्हा ने मीडिया से बातचीत के दौरान सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार पूरी तरह से निकम्मी हो गई है. एसएनएमएमसीएच अस्पताल में जामताड़ा, गिरिडीह, चतरा और कई जिलों के मरीज यहां इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. हड़ताल से एसएनएमएमसीएच की व्यवस्था बदतर हो गई है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में कर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा ना कर अस्पताल में आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मियों को ही छंटनी की जा रही है.
साजिश के तहत अस्पताल को बंद कराने की कोशिश का लगाया आरोपः इस दौरान विधायक राज सिन्हा ने सरकार पर साजिश के तहत अस्पताल बंद कराने की कोशिश का आरोप लगाया है. विधायक का कहना है एसएनएमएमसीएच अस्पताल धनबाद विधानसभा में आता है. यहां बीजेपी के विधायक हैं. इसलिए हेमंत सरकार इस अस्पताल को बंद करा देना चाहती है. विधायक ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मामले को लेकर मुलाकात की थी. मंत्री ने आश्वासन दिया था कि संविदा कर्मियों की छंटनी के फैसले को वापस ले लिया गया है. इसके लिए अस्पताल के अधीक्षक को भी जानकारी दे दी गई है, लेकिन अस्पताल पहुंचकर अधीक्षक से बात करने पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी निर्देश सरकार की ओर से नहीं प्राप्त हुआ है. विधायक ने कहा कि सरकार की मंशा अस्पताल को बंद कर देने की है.
संविदा कर्मियों की हड़ताल से अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था चरमराईः वहीं अस्पताल के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. इमरजेंसी से लेकर ओपीडी समेत तमाम विभागों के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. मरीजों को भोजन भी समय पर नहीं मिल रहा है. वहीं इस संबंध में एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक अरुण कुमार वर्णवाल ने कहा कि मामले को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. वरीय अधिकारियों से बातचीत चल रही है.