धनबाद: झरिया के सुदामडीह के सवारडीह बस्ती में हुई मूसलाधार बारिश लोगों के ऊपर आफत बनकर टूटी है. बारिश ने दर्जनों घरों को तहस-नहस कर डाला, जिसमें सात घर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं. इन घरों में रहने वाले परिवारों ने वक्त रहते अपने पूरे परिवार को बचाने में कामयाब रहे.
झरिया कोयलांचल में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचाकर रख दी है. कई स्थानों पर मिट्टी के कच्चे दीवार ध्वस्त हो गए तो कई स्थानों पर जर्जर मकानों का छज्जा गिर गया. जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. नालियों का गंदा पानी सड़कों पर आ गया है. बारिश ने दर्जनों घरों को तहस-नहस कर डाला, जिसमें सात घर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं. इन घरों में रहने वाले परिवारों ने वक्त रहते अपने पूरे परिवार को बचाने में कामयाब रहे, वरना किसी बड़े हादसे से चपेट में आ सकते थे. इस घटना के लिए स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन को जिम्मेवार ठहराया है.
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उक्त स्थान पर कई परिवार सालों से रह रहे हैं. ज्यादातर घर मिट्टी के बने हुए हैं. बीती रात हुई मूसलाधार बारिश ने यहां कई घरों को तबाह कर डाला, जिसमें 7 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं. घरों में रखे सारे सामान भी मिट्टी के अंदर दब गया है. इन घरों के लोगों ने वक्त की नजाकत को समझते हुए किसी तरह अपनी जान बचाई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह घटना घटी है. बीसीसीएल की फायर पेच आउटसोर्सिंग के कारण बस्ती के बगल से बहने वाले नाले को अवरुद्ध कर दिया गया है. जिस कारण बारिश का सारा पानी बस्ती में घुस आया और फिर उसके बाद घरों में यह पानी प्रवेश कर गया, जिसके कारण यह घटना घटी है. नाले को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन ने इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया. बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ लोगों में आक्रोश व्याप्त है.