धनबादः सड़कों पर मवेशियों के कारण आए दिन हादसे होते हैं, जिसमें लोगों की जान तक चली जाती है. उन इलाकों में ऐसी ज्यादातर हादसे होते हैं, जहां आसपास ग्रामीण इलाके हैं. ग्रामीण इलाकों में बसे लोग पशुपालन करते हैं लेकिन वो अपने पशुओं को खुला छोड़ देते है. इस कारण मवेशी सड़कों पर अपना ठिकाना (accidents due to cattle in Dhanbad) बना लेते हैं और हादसे की मुख्य वजह यही है. इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस एक अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत पुलिस माइकिंग के जरिए ग्रामीणों को मवेशियों को सड़क पर ना उतारने के सलाह दे रहें हैं. साथ ही सड़कों पर पाए जाने वाले मवेशियों के मालिकों के ऊपर कार्रवाई करने की भी चेतावनी (action against cattle ranchers) दे रहे हैं.
धनबाद में सड़क दुर्घटना रोकने की पहल (Police initiative to prevent road accidents) सामने आई है. इसी क्रम में महुदा थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 32 पर पशुओं की वजह से होने वालों हादसों पर रोकथाम लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. थाना प्रभारी के नेतृत्व में महुदा एरिया के हाइवे पर घूमने वाले मवेशियों के मालिक की पहचान कर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
इसको लेकर महुदा थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि एनएच 32 का महुदा से तेलमोचो तक पशु बाहुल्य क्षेत्र है. इन इलाकों में बहुत ज्यादा तादाद में पशु है, ये पशु घूमते हुए कई बार राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ जाते हैं और सड़क हादसों का कारण बनते हैं. इन सड़क हादसों में कई लोग जख्मी हो चुके हैं. ऑटो में माइक के जरिये सभी गांव वालों में ऐलान करके सूचना दिया जा रहा है कि अपने पशुओं को सड़कों पर आवारा नहीं छोड़े अन्यथा पशु मालिक की पहचान कर उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी. थाना प्रभारी ने कहा कि जब तक कोई कठोर कदम नहीं उठाया जाएगा तब तक सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं पर लगाम नहीं लगया जा सकता है.