ETV Bharat / state

बाघमारा में बेरोजगारों ने नियोजन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, कंपनी के खिलाफ की नारेबाजी - Villagers of Bahiradih protest

धनबाद में बीसीसीएल बरोरा एरिया 1 के मुराईडीह भूमिगत खदान में स्थानीय बेरोजगारों ने नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

unemployed protested In Baghmara
बाघमारा में बेरोजगारों ने नियोजन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Aug 24, 2020, 6:55 PM IST

धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल बरोरा एरिया 1 के मुराईडीह भूमिगत खदान में स्थानीय बेरोजगारों ने नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. बहियारडीह के ग्रामीणों ने कार्य बाधित कर जमकर प्रदर्शन किया. कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध प्रकट किया. ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर बरोरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची है. ग्रामीणों की उग्र भीड़ को देखते हुए बाघमारा, मधुबन थाना की पुलिस सहित अतरिक्त पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गई. ग्रामीण कंपनी पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे थे.

ये भी पढ़ें: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि, झारखंड के बीजेपी नेताओं ने किया ट्वीट

ग्रामीणों की मानें तो स्थानीय स्तर पर यहां के लोगों को नियोजन देना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इस खदान के पास आने वाले गांव ही इस खदान से प्रभावित हैं. खदान को संचालित करने में यहां के रैयतों ने जमीन दी है. इसी प्राथमिकता के आधार पर लोगों को खदान में संभवत रोजगार से जोड़ना चाहिए. ग्रामीणों का प्रदर्शन घंटों चलने के बाद अधिकारियों ने बात करने के लिए सहमति जताई. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए. वार्ता के लिए कंपनी ने एक सप्ताह लगभग का समय ग्रामीणों से लिया. जिसके लिए ग्रामीण मान गए. वहीं, ग्रामीण की वार्ता सकारात्मक नहीं होने पर फिर से प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं.

धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल बरोरा एरिया 1 के मुराईडीह भूमिगत खदान में स्थानीय बेरोजगारों ने नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. बहियारडीह के ग्रामीणों ने कार्य बाधित कर जमकर प्रदर्शन किया. कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध प्रकट किया. ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर बरोरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची है. ग्रामीणों की उग्र भीड़ को देखते हुए बाघमारा, मधुबन थाना की पुलिस सहित अतरिक्त पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गई. ग्रामीण कंपनी पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे थे.

ये भी पढ़ें: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि, झारखंड के बीजेपी नेताओं ने किया ट्वीट

ग्रामीणों की मानें तो स्थानीय स्तर पर यहां के लोगों को नियोजन देना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इस खदान के पास आने वाले गांव ही इस खदान से प्रभावित हैं. खदान को संचालित करने में यहां के रैयतों ने जमीन दी है. इसी प्राथमिकता के आधार पर लोगों को खदान में संभवत रोजगार से जोड़ना चाहिए. ग्रामीणों का प्रदर्शन घंटों चलने के बाद अधिकारियों ने बात करने के लिए सहमति जताई. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए. वार्ता के लिए कंपनी ने एक सप्ताह लगभग का समय ग्रामीणों से लिया. जिसके लिए ग्रामीण मान गए. वहीं, ग्रामीण की वार्ता सकारात्मक नहीं होने पर फिर से प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.